Delhi Assembly election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का रण सज चुका है। दिल्ली की सत्ता को जहां आप बरकरार रखना चाहती है तो बीजेपी और कांग्रेस किसी भी सूरत में वापसी की जुगत में है। सत्ता के लिए शुरू हुए खेल में हर दल दूसरे को मात देने में लगा हुआ है। दिल्ली के रण में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी के बाद एआईएमआईएम भी उतर चुकी है। ओवैसी की पार्टी के ऐलान ने आप और कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा दी है।
दरअसल, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है। बीते दिनों आप नेता व दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को एआईएमआईएम ने मुस्तफाबाद से अपना प्रत्याशी बनाया। ताहिर हुसैन को टिकट देने के बाद दिल्ली की राजनीति गरमा गई। एआईएमआईएम ने न केवल ताहिर हुसैन को टिकट दिया बल्कि बीते 18 दिसंबर को उनके चुनाव क्षेत्र में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक रैली भी की। मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद में अपनी रैली करते हुए ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को राजनीति में कोई नेतृत्व नहीं देना चाहता। कोई उसका नेतृत्व बर्दाश्त नहीं करता है। उन्होंने कहा कि भारत में हर समुदाय का राजनीतिक नेतृत्व है लेकिन मुसलमानों के लिए राजनीतिक नेतृत्व बनाने में लोगों को परेशानी होने लगती।
दिल्ली के दस विधानसभा सीटों पर एआईएमआईएम अपने प्रत्याशी उतारेगी। एक सीट मुस्तफाबाद में ताहिर हुसैन के नामों का ऐलान पहले ही किया जा चुका है। 9 सीटों पर पार्टी जल्द की ऐलान करेगी। ओवैसी की पार्टी सीलमपुर, बाबरपुर, बल्लीमारान, चांदनी चौक, ओखला, जंगपुरा, सदर बाजार, मटिया महल और करावल नगर सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।
दिल्ली प्रदेश प्रभारी सईद इम्तियाज जलील ने कहा कि सही कैंडिडेट्स को मैदान में उतारा जा सके इसके लिए पार्टी सर्वे करा रही है। रिपोर्ट्स की मानें तो एआईएमआईएम ने जिन 10 सीटों पर चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है उसमें 9 सीटों पर मुस्लिम बहुलता है। इन सीटों पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है।
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