पिछले साल रेप के मामले 2141 रहे थे, लेकिन इस बार ये संख्या 1919 रही। यानी रेप के मामलों में 10.36 प्रतिशित की कमी आई है। आइए जानते हैं बाकी अपराधों से जुड़े आकंड़े।
नई दिल्ली। इस वक्त दिल्ली विधानसभा चुनाव होने से पहले आम आदमी पार्टी के नेता लगातार कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसा इसीलिए क्योंकि लगातार अपराध से जुड़े मामले आसमान छू रहे हैं। हत्या और रेप के मामले दिल्ली में तो काफी बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली में हत्या और रेप के मामले में कमी दर्ज हुई है। दिल्ली पुलिस के जो आकंडे हैं उसके मुताबिक हर महीने हत्या के 41 से ज्यादा और रेप के 174 से अधिक केस दर्ज हुए हैं। लेकिन बाकी अपराधों से जुड़े क्या हैं आकंड़े जानिए यहां।
पिछले साल रेप के मामले 2141 रहे थे, लेकिन इस बार ये संख्या 1919 रही। यानी रेप के मामलों में 10.36 प्रतिशित की कमी आई है। छेड़छाड़ के पहले 2345 मामले थे, जोकि अब 1897 हैं। इसके अंदर 19.10 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है। वहीं, ईव टीजिंग के पिछले साल 381 मामले थे, लेकिन अब 343 हैं। आई एक्ट के पहले 59 मामले सामने आए थे, लेकिन अब 34 रह चुके हैं। ये सभी आंकड़े 30 नवंबर तक के बताए जा रहे हैं।
साल 2024 में आईपीसी और भारतीय न्याय संहिता की धारा के तहत 1,74,253 केस दर्ज किए गए हैं। चोरी के 1034 मामले देखने को मिले हैं, फिरौती-किडनैपिंग के 150 मामले,महिलाओं-बच्चियों के साथ रेप 1342 मामले हैं, घरों में चोरी के 12698 मामले हैं। अपहरण के मामले 2024 के मुकाबले 8 प्रतिशत बढ़े हैं। इसके अलावा 2024 में डकैती से जुड़े मामले 2023 के मुकाबले 23 प्रतिशत बढ़े हैं। इसके अलावा 2024 में चोरी के मामले 2023 के मुकाबले 25.2 प्रतिशत बढ़ते हुए दिखाई दिए हैं। वहीं, महिलाओं-बच्चियों के खिलाफ होने वाले अपराध के मामले में 2-23 के मुकाबले 2024 में 4 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई है।