नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को "पंजाब सरकार" लिखी एक कार से नकदी, शराब और आम आदमी पार्टी (आप) के पर्चे बरामद किए हैं। कार का ड्राइवर पकड़ा नहीं जा सका है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पता लगा रही है कि कार कौन लेकर आया। इसके लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
इस घटना को लेकर आप और भाजपा के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। आप ने दावा किया है कि यह भाजपा की ऐसी साजिश है जिसे बेहद 'खराब तरीके से अंजाम दिया गया है। मामला 'पूरी तरह से फर्जी और हास्यास्पद' है।
इस मामले में दिल्ली के तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि कार की तलाशी लेने पर उसके अंदर से नकदी, शराब की कई बोतलें और आम आदमी पार्टी के पर्चे मिले हैं। कार पर पंजाब का रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा था।
पंजाब सरकार ने उन दावों का खंडन किया है कि पकड़ी गई कार पंजाब की थी। पंजाब प्रशासन ने कहा कि जब्त की गई हुंडई क्रेटा पर जाली नंबर प्लेट लगी थी। यह पंजाब सरकार की नहीं थी। राज्य के परिवहन विभाग ने कहा कि उसे पंजाब पंजीकरण संख्या PB35AE1342 वाले एक वाहन के बारे में सूचना मिली थी। इसे अवैध शराब और बेहिसाब नकदी ले जाने के लिए दिल्ली में रोका गया था।
आधिकारिक रिकॉर्ड के वेरिफिकेशन के बाद पता चला है कि कार मूल रूप से तीन साल पहले पठानकोट में आर्मी डेंटल कॉलेज में काम करने वाले एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड था। वह व्यक्ति महाराष्ट्र के खड़की का स्थायी निवासी है। यह कार कभी पंजाब सरकार से जुड़ी नहीं थी।
यह भी पढ़ें- यमुना का पानी पीने के बाद थूकते दिखें नायब सिंह सैनी? केजरीवाल के Video से बवाल
पंजाब सरकार ने कहा कि PB35AE1342 नंबर वाली असली कार 2018 का 'फोर्ड इको स्पोर्ट' मॉडल है। दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ी गई गाड़ी 'हुंडई क्रेटा' है। जब्त गाड़ी पर जाली नंबर प्लेट लगाए गए थे। उसमें अनिवार्य हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) नहीं थी। वाहन न तो पंजाब सरकार का था और न ही किराए पर लिया गया था।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “अभी तक हम सोचते थे कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार में भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है। यमुना और दिल्ली की हवा को प्रदूषित कर दिया है, लेकिन आज पता चला है कि उन्होंने दिल्ली की राजनीतिक व्यवस्था को भी प्रदूषित कर दिया है।”