
Delhi Pollution: दिल्ली की हवा फिर से सांस लेने लायक नहीं रह गई है। शनिवार को राजधानी के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया, जिसे 'सीवियर' कैटेगरी में रखा जाता है। यह वही स्तर है. जहां हवा सीधे सेहत पर हमला करती है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली का औसत AQI आज 361 रहा। कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया, जिससे शहर एक बार फिर रेड जोन में शामिल हो गया। राजधानी से लगे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी स्थिति बहुत खराब रही, जहां एक्यूआई 'बहुत खराब' कैटेगरी में दर्ज किया गया।
| इलाका | AQI स्तर | स्थिति |
|---|---|---|
| वजीरपुर | 420 | गंभीर |
| बुराड़ी | 418 | गंभीर |
| विवेक विहार | 411 | गंभीर |
| नेहरू नगर | 406 | गंभीर |
| अलीपुर | 404 | गंभीर |
| ITO | 402 | गंभीर |
विशेषज्ञों के अनुसार, 30% प्रदूषण की वजह पराली जलाना, 15% प्रदूषण की वजह वाहनों का धुआं, बाकी हिस्सा धूल और मौसम और औद्योगिक उत्सर्जन की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
एयर क्वालिटी अर्ली वॉर्निंग सिस्टम ने साफ कहा है कि, आने वाले कुछ दिन हवा में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। AQI 'बहुत खराब' बना रहेगा। सरकार एक्शन में आ गई है ऑफिस टाइमिंग बदल दी गई है। दिल्ली सरकारी दफ्तर सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6.30 बजे तक खुलेंगे। वहीं, MCD कार्यालय सुबह 8.30 से लेकर शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे। यह बदलाव 15 फरवरी 2026 तक लागू रहेगा, ताकि रश आवर ट्रैफिक कम हो सके। इसके साथ ही 200 एंटी-स्मॉग गन सड़क किनारों पर चलेंगी। G+5 से ऊंची इमारतों में एंटी-स्मॉग गन लगाना अनिवार्य किया गया है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, स्मॉग में मौजूद PM 2.5 कण खून के जरिए दिमाग तक पहुंच जाते हैं। इससे सोचने की क्षमता धीमी होती है, चक्कर, चिड़चिड़ापन और थकावट बढ़ती है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बाहर जाएं तो N95 मास्क पहनें, घर में एयर प्यूरीफायर चलाएं, जॉगिंग और वॉक फिलहाल बंद रखें और पानी ज्यादा पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रखें।
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