हरियाणा के अंबाला कैंट से संवेदनाओं को तार तार करने वाली घटना सामने आई है। एक शख्स की महज 250 रुपये बकाया न दे पाने की वजह से जान चली गई। जान लेने वाला भी पड़ोसी था। शख्स उसके आटो का 250 रुपये किराया नहीं चुका पाया था।
अंबाला। हरियाणा के अंबाला कैंट से संवेदनाओं को तार तार करने वाली घटना सामने आई है। एक शख्स की महज 250 रुपये बकाया न दे पाने की वजह से जान चली गई। जान लेने वाला भी पड़ोसी था। शख्स उसके आटो का 250 रुपये किराया नहीं चुका पाया था। उसी से नाराज पड़ोसी ने डंडे से हमला कर शख्स का सिर फोड़ दिया। चोट लगने से उसके सिर में खून जम गया। उसको इलाज के लिए पीजीआई ले जाया गया। पर पत्नी के पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे तो मजबूरन उसे घर लेकर आई और हल्दी दूध पिलाती रही। शुक्रवार को तड़के घायल शख्स ने अंतिम सांस ली।
आटो के बकाया किराए के लिए विवाद
अंबाला कैंट की शीतल अपने पति रोबिन के साथ पिछले दो महीने से सर्वेंट क्वार्टर में गुजारा कर रही थी। दो महीने पहले उसके पड़ोसी पंजाब के राजपुर निवासी राहुल और उसका सामान एक ही आटो से सर्वेंट क्वार्टर तक आया था। उस वक्त आटो का 1000 रुपये भुगतान राहुल ने किया था। रोबिन ने उसे 500 रुपये दिया था। पर वह 250 रुपये की और डिमांड कर रहा था। रोबिन ने उसे कुछ दिन बाद 250 रुपये चुकाने की बात भी कही थी। पर वह नहीं मान रहा था।
बकाया वसूलने के विवाद में सिर पर मारा डंडा
बीते 21 अप्रैल को वह अपने पति रोबिन के साथ मार्केट के लिए निकली थी। तभी निरंकारी भवन के पास राहुल आकर गाली गलौज करने लगा और पास ही पड़े डंडे से रोबिन के सिर और पैरों पर मारा। उसने हाथ में लोहे के कड़े पहन रखे थे। उससे सिर पर वार कर लहूलुहान कर दिया। राहगीरों ने उसके पति को बचाया। फिर राहुल फरार हो गया। गंभीर हालत में वह अपने पति के साथ घर आई। 25 अप्रैल को ज्यादा तबियत बिगड़ने पर उसे सिविल अस्पताल ले गई। डाक्टरों ने उसके पति को पीजीआई रेफर कर दिया। वहां डाक्टरों ने बताया कि सिर में खून जमा है और आपरेशन करने की जरुरत बताई।
लोगों से इलाज के लिए लगाई गुहार पर नहीं मिली मदद
शीतल के पास अपने पति के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए वह 26 अप्रैल को वापस अंबाला आ गई। जबकि पति की चेतना ठीक से लौटी नहीं थी। शुक्रवार सुबह अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई और मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी राहुल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मानवीय संवेदनाओं को तार तार करने वाली इस घटना का दुखद पहलू यह है कि वह अपने पति के इलाज के लिए लोगों से मदद की गुहार लगाती रही। पर कोई भी उसकी मदद के लिए सामने नहीं आया।