नई दिल्ली। हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Haryana assembly elections) हो रहे हैं। 5 अक्टूबर को मतदान होगा। इससे पहले भाजपा ने यहां अपने 8 बागी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इन्हें पार्टी से निकाल दिया है। ये अब छह साल तक भाजपा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इन नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है। एक बागी तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर गए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बयान जारी कर कहा कि पार्टी से निकाले गए नेताओं की लिस्ट में पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला का नाम भी शामिल है। टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। लाडवा से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल करने वाले संदीप गर्ग को भी निष्कासित कर दिया गया है।
भाजपा ने आठ बागी नेताओं को किया 6 साल के लिए पार्टी से बाहर
टिकट न मिलने पर रणजीत चौटाला ने छोड़ी पार्टी
बता दें कि रणजीत चौटाला ने रानिया से टिकट न मिलने के बाद पार्टी छोड़ने का फैसला किया था। वह रानिया से निर्दलीय विधायक थे। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने हिसार से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
कांग्रेस में भी है बगावत
हरियाणा में कांग्रेस को भी बगावत का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने बागी उम्मीदवार चित्रा सरवारा को पार्टी से निकाला है। वह अंबाला कैंट में भाजपा के पूर्व मंत्री अनिल विज के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं।
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