राजस्थान के नासिर और जुनैद की हत्या के आरोप में घिरे गोरक्षक मोनू मानेसर के समर्थन में मंगलवार को गुरुग्राम के मानेसर में महापंचायत के बाद बुधवार को मेवात के हथीन में महापंचायत बुलायी गयी है।
नूंह। राजस्थान के नासिर और जुनैद की हत्या के आरोप में घिरे गोरक्षक मोनू मानेसर के समर्थन में मंगलवार को गुरुग्राम के मानेसर में महापंचायत के बाद बुधवार को मेवात के हथीन में महापंचायत बुलायी गयी है। हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना पंचायत में 50 हजार से ज्यादा लोगों को जुटाने का दावा कर रही है। एक तरफ मानेसर के समर्थन में पंचायते की जा रही हैं। दूसरी ओर इस घटना के बाद दो राज्यों की पुलिस भी आमने-सामने आ गयी है। 17 फरवरी को आरोपी श्रीकांत के घर पुलिस दबिश में उनकी गर्भवती पत्नी को चोट पहुंचाने के आरोप में राजस्थान पुलिस पर केस दर्ज हो चुका है। आइए 10 प्वाइंटस में जानते हैं, इस घटना के बारे में सब कुछ।
1. हरियाणा के भिवानी स्थित लोहारू गांव में नासिर और जुनैद की जली हुई लाश एक बोलेरो कार में मिली थी। आरोप है कि मोनू मानेसर समेत गो रक्षा दल के कुछ लोगों ने मिलकर दोनों को किडनैप किया और उनको मारा। उसके बाद कार में जिंदा जला दिया। राजस्थान पुलिस उसी मामले की तफ्तीश में हरियाणा के नूंह गांव पहुंची थी।
2.आरोप है कि हरियाणा के नूंह जिले के मरोड़ गांव के रहने वाले आरोपी श्रीकांत शर्मा के घर पूछताछ करने पहुंची राजस्थान पुलिस ने उनकी गर्भवती पत्नी के पेट में लात मारी। जिससे उनके गर्भ में पल रही बच्ची की मौत हो गई। श्रीकांत की पत्नी का कहना है कि कुछ लोग आए और उन्होंने मेरे घर वालों से मारपीट शुरू कर दी। वे लोग मेरे दरवाजे पर आए व धक्का दिया, इस दौरान पेट में चोट लगी।
3. भिवानी कांड के आरोपी शर्मा की पत्नी यह भी कहती हैं कि मुझे नहीं पता कि किसने दरवाजा धक्का दिया, या किसने मुझे मारा लेकिन वे रात में जांच करने आए। वे रात में क्यों आए? वे लोग मेरे पति श्रीकांत को खोजने आए थे, घर में फर्नीचर व अन्य सामान तोड़ने लगे।
4.आरोपी की पत्नी को 18 फरवरी को शाम पांच बजे अस्पताल ले जाया गया। वहां पुलिस की ज्यादती के बारे में बताया गया। उसके बाद इलाज के दौरान बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ।
5.आरोपी श्रीकांत शर्मा के छोटे भाई विष्णु शर्मा का कहना है कि राजस्थान पुलिस के साथ सिविल ड्रेस में आए लोग मुझे और मेरे भाई को घर से उठाकर नगीना थाने ले गए थे। उसके बाद पुलिस राजस्थान के भरतपुर के पहाड़ी थाने ले गई। लगभग 36 घंटे हम वहां रहे। दूसरे दिन शाम के समय 5 बजे के बाद छूटे।
6.बच्चे की मौत के बाद राजस्थान पुलिस पर नूंह के नगीना थाने में एफआईआर दर्ज हुई और उसके बाद 20 फरवरी को बच्चे की लाश को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
7.मृत बच्चे की दादी दुलारी छाती पीट-पीटकर रोते हुए कहती है कि घर में पोता पैदा हुआ था, त्यौहार मनाया जाता। पर पुलिस ने सब मातम में बदल दिया। हमें न्याय चहिए। पुलिस वाले तेजी से घुसे और झटके से दरवाजा खोला। उसी से बहू गिर पड़ी और उसके पेट में चोट लगी।
8. एसपी नूंह वरुण सिंगला कहते हैं कि यह बहुत ही दुखद घटना है। हरियाणा पुलिस और राजस्थान पुलिस जांच में सहयोग कर रही है। उनका कहना है कि इस घटना में हरियाणा और नूंह पुलिस की कोई संलिप्तता नहीं है। आरोप गंभीर हैं, एडिशनल एसपी को जांच के लिए कहा गया है। सोशल मीडिया के जरिए भी घटना को लेकर लीड मिल रही है। यदि कोई लापरवाही हुई तो कार्रवाई करेंगे।
9.भरतपुर, राजस्थान के एसपी कहते हैं कि वह लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं। पुलिस आरोपी परिवार के घर के अंदर नहीं गई। आरोपी घर पर नहीं था। उनके भाई मिले। पुलिस ने उनसे कुछ पूछताछ की और फिर वापस आ गई।
10.मानेसर में 21 फरवरी को 'हिंदू महापंचायत' बुलाई गई। महापंचायत में बड़ी संख्या में इकट्ठा आक्रोशित लोगों ने आरोपी मोनू मानेसर के समर्थन में राजस्थान पुलिस को खुले आम धमकी दी। यह भी ऐलान किया कि यदि मानेसर को गिरफ्तार करने राजस्थान पुलिस आई तो हम उनकी टांगे तोड़ देंगे और अब मानेसर के समर्थन में मेवात के हथीन में दूसरी महापंचायत बुलायी गयी है।