ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम(2 जून) को हुआ कोरोमंडल ट्रेन एक्सप्रेस हादसा पिछले कुछ सालों में भारत में हुए सबसे भीषण रेल एक्सीडेंट में सबसे बड़ा माना जा रहा है। पढ़िए देश में पिछले कुछ सालों में हुए 10 बड़े रेल हादसे…
बालासोर/हावड़ा. ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम(2 जून) को हुआ कोरोमंडल ट्रेन एक्सप्रेस हादसा पिछले कुछ सालों में भारत में हुए सबसे भीषण रेल एक्सीडेंट में सबसे बड़ा माना जा रहा है। रेल मिनिस्ट्री के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के अनुसार, हावड़ा से चेन्नई जा रही ट्रेन नंबर 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस 2 जून शाम 8.30 बजे ओडिशा के खड़गपुर डिविजन में आने वाले बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी से टकरा कर पटरी से उतर गई थी। उसी वक्त दूसरी तरफ से आ रही यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन इन डिब्बों से आकर भिड़ गई।
बालासोर कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे के चौंकाने वाले तथ्य
बालासोर से TMC सांसद डोला सेन इस ट्रेन हादसे को देखकर शॉक्ड हैं। उन्होंने कहा-मैंने ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना अपनी ज़िंदगी में कभी नहीं देखी। दोनों यात्री ट्रेनें पूर तरह से भरी हुईं थीं। दोनों ट्रेनों में मिलाकर 3000-4000 लोगों के होने की आशंका है। ममता बनर्जी ने मिदनापुर से SDO, SDPO, ADM, डॉक्टर आदि को भेजा है। मृतकों की संख्या और बढ़ेगी।
12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसा- भारत के 10 बड़े ट्रेन हादसे
1. 7 जुलाई, 2011: उत्तर प्रदेश में एटा जिले के पास छपरा-मथुरा एक्सप्रेस एक बस से जा टकराई थी। इस हादसे में करीब 70 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी। यह हादसा मानव रहित क्रासिंग पर देर रात करीब 1:55 बजे हुआ था।
2. 30 जुलाई, 2012: दिल्ली-चेन्नई तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक डिब्बे में नेल्लोर के पास आग लगने से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
3. 26 मई 2014: उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में गोरखपुर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी।
4 अगस्त, 2015: मध्यप्रदेश के हरदा के निकट कामायनी और जनता एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। इसमें करीब 37 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी। हादसा पटरी पर बारिश का पानी भरने से हुआ था।
5 .20 मार्च, 2015: देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश में रायबरेली में बछरावां रेलवे स्टेशन के पास हादसे का शिकार हो गई थी। ट्रेन का इंजन और दो डिब्बे पटरी से उतर जाने से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
6. 20 नवंबर, 2016: इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 कानपुर के पुखरायां के पास बपटरी होने से कम से कम 150 यात्रियों की मौत हो गई थी।
7. 19 अगस्त, 2017: हरिद्वार और पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खतौली के पास हादसे का शिकार बनी थी। ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, जिसमें 21 यात्रियों की मौत हो गई थी।
8. 23 अगस्त, 2017: दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस के 9 डिब्बे उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए थे। हादसे में 70 लोग घायल हुए थे।
9. 13 जनवरी, 2022: पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी।
10. 2 अप्रैल, 2023: यह एक अलग तरह का ट्रेन हादसा था। इसमें संभवत: सीट को लेकर हुए विवाद में केरल के कोरापुझा रेलवे पुल के पास अलप्पुझा-कन्नूर एग्जिक्यूविटव एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आग लगा दी गई थी। आरोपी शाहरुख सैफी ने ज्वलनशील लिक्विड उड़ेलकर सहयात्रियों को आग लगा दी थी। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
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