आप सांसद संजय सिंह की बेटी ने दिया जब पापा वाले अंदाज में भाषण, तो हर कोई सुनता रह गया

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सिंह की बेटी इशिता सिंह का दिया हुआ भाषण सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वह पिता को याद करते हुए उनकी ही अंदाज में यूपी के सुल्तानपुर में जोशीले और भावुक अंदाज में भाषण दिया। 

Arvind Raghuwanshi | Published : Feb 1, 2024 3:49 AM IST

दिल्ली. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद इस समय दिल्ली के शराब घोटाले में जेल में बंद हैं। इसी बीच उनकी बेटी इशिता सिंह पहली बार भाषण देते हुए नजर आईं। जब कार्यक्रम में उनके बोलने की बारी आई तो लोगों ने जमकर तालियां बजाईं। इशिता सिंह के अंदाज को हर किसी ने पसंद किया। पिता को याद करते हुए भावुक होकर उनका संदेश जनता को पढ़कर सुनाया।

आप के कई मंत्री-विधायक हुए पहुंचे सुल्तानपुर

दरअसल, बुधवार को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में आजाद सेवा समिति के 28वें वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया था। जिसमें संजय सिंह की बेटी इशिता सिंह पिता की जगह पहुंची थीं। सुल्तानपुर के इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के मंत्री गोपाल राय समेत कई विधायक शामिल हुए. कार्यक्रम में संजय सिंह के पिता दिनेश सिंह और उनकी पत्नी अनीता सिंह भी मौजूद रहीं।

'बाहर आप हिम्मत रखेंगे, तो वो अंदर अपनी लड़ाई लड़ पाएंगे'

बता दें कि संजय सिंह ने जेल से लिखकर एक पत्र सुल्तानपुर की जनता को भेजा था। जिसे उनकी बेटी इशिता ने भाषण में पढ़कर सुनाया। इशिता सिंह ने कहा कि आज अगर बाहर आप हिम्मत रखेंगे, तो वो अंदर अपनी लड़ाई हिम्मत से लड़ पाएंगे।क्योंकि जो उनके साथ हो रहा है, वह बहुत गलत हो रहा है। इशिता ने कहा-मेरे पापा ने कहा कि अगर मैं जेल में बंद हैं तो क्या हुआ…आप मेरी आवाज बनो, मेरी जनता का काम नहीं रुकना चाहिए। गरीबो-पिछड़ों को न्याय मिलना चाहिए…किसी का इलाज नहीं रुकना चाहिए…किसी की पढ़ाई नहीं रुके…ठंड में हर गरीब को कंबल मिले। इशिता ने कहा- पापा तानाशाहों से लड़ रहे हैं और हर तानाशाह डरपोक और कायर होता है। संकट के समय ही इंसान की बहादुरी की परीक्षा होती है, तुम लोगों को मेरी ताकत बनना है।

इशिता सिंह ने इंकलाब जिंदाबाद का नारा भी लगाया

इशिता सिंह ने जोशीले वाले अंदाज में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की कविता भी पढ़ी- 'खूब करो साहब कोशिश हमें मिट्टी में मिलाने की, लेकिन शायद आप भूल गए हैं कि हम वो बीज हैं जिसे आदत है बार-बार उग जाने की' इसके अलावा उन्होंने इशिता सिंह ने इंकलाब जिंदाबाद का नारा भी लगाया।

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