केरल के मलप्पपुरम में रविवार शाम एक नदी में हाउसबोट पलट गई। इसमें 40 लोग सवार थे, जिनमें से 21 की मौत हो गई है। मरने वालों सबसे ज्यादा बच्चे हैं।
तिरुवनन्तपुरम: केरल के मलप्पपुरम में रविवार शाम एक नदी में हाउसबोट पलट गई। इसमें 40 लोग सवार थे, जिनमें से 22 की मौत हो गई है। मरने वालों सबसे ज्यादा बच्चे हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नाव पर क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे। इसके साथ ही नाव पर रक्षा उपकरण भी नहीं थे। फिलहाल मौके पर NDRF की टीम पहुंच गई है और राहत का बचाव का काम जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार वालों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
पुलिस के मुताबिक घटना शाम करीब सात बजे तानूर जिले के पास ओट्टिपुरम में बहती नदी में हुई उस समय हुई, जब नाव किनारे से 300 मीटर की दूरी पर थी। इसके पहले हादसा होते ही पहले 9 और फिर कुछ देर बाद 15 लोगों के मरने की खबर आई थी। हालांकि,देर रात मृतकों की संख्या और बढ़ गई।
हादसे के बाद मौके पर दमकल कर्मी पहुंचे और उन्होंने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। कई स्वयंसेवक-कार्यकर्ता भी इस बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं। पूरी रात तक लोगों को खोजने, जीवितों को बचाने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का क्रम जारी रहा।
पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियास तानूर पहुंचे
हादसे की जानकारी मिलते ही पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियास भी तानूर पहुंचे । उन्होंने बचाव अभियान का जायजा भी लिया। दूसरी ओर, केरल के खेल मंत्री वी अब्दुर्रहीमन ने मीडिया को बताया कि मरने वालों में अधिकतर बच्चे हैं जो स्कूल की छुट्टियों के दौरान घूमने के लिए आए थे।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने जताया शोक
इससे पहले मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया। सीएम ने सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए और वह आज सुबह ही तानूर के लिए रवाना हुए। घटना के बाद सीएम ने सोमवार को आधिकारिक शोक की घोषणा की है और पीड़ितों के सम्मान में सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर दिए।