गुवाहाटी में दो बच्चों का कथित रूप से यौन शोषण और उत्पीड़न करने के आरोप में अरेस्ट हुए डॉक्टर कपल को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। डॉक्टर कपल के घर से 7 मई को 3 मासूमों का रेस्क्यू किया गया था।
गुवाहाटी. गुवाहाटी में दो बच्चों का कथित रूप से यौन शोषण और उत्पीड़न(Guwahati assaulting children and sexual abuse) करने के आरोप में अरेस्ट हुए डॉक्टर कपल को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। डॉक्टर कपल के घर से करीब तीन साल की लड़की और लड़के के अलावा 11 साल के एक अन्य बच्चे का 7 मई को रेस्क्यू किया गया था। यह मामला तब सामने आया, जब पड़ोसियों ने तपती धूप में एक बच्ची को छत पर पोल से बंधे देखा।
गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर दिंगता बाराह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद यह पाया गया कि लड़की को क्रूर फिजिकल अब्यूज के साथ-साथ यौन उत्पीड़न का भी सामना करना पड़ा। छोटे लड़के के साथ भी मारपीट की गई। 11 साल का लड़का स्वस्थ दिख रहा है और उसकी मेडिकल जांच चल रही है।"
बराह ने कहा कि पुलिस ने डॉक्टर कपल और उनकी नौकरानी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 (POCSO) भी लगाया है। तीनों को अरेस्ट किया गया है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एडवांस जनरल सर्जन डॉ. वलीउल इस्लाम और नौकरानी को शनिवार को गुवाहाटी में गिरफ्तार किया गया था। वहीं, मेंटल हेल्थ पर अक्सर लोकल टीवी चैनलों के टॉक शो में देखी जाने वाली उसकी मनोचिकित्सक(psychiatrist) डॉक्टर पत्नी को मेघालय के री भोई जिले से भागने की कोशिश करते हुए रविवार को पकड़ा गया था। एक स्थानीय अदालत ने उन्हें पांच दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस कमिश्नर ने कहा, “कपल से पूछताछ की जा रही है। हमने पाया कि बच्चे उनके अपने नहीं थे, लेकिन वे उन्हें गोद लेने का दावा कर रहे हैं।” हालांकि, अभी यह प्रूफ होना बाकी है कि तीनों बच्चों को जाने-माने डॉक्टर कपल ने कानूनी तौर पर गोद लिया था या नहीं।
एक दिन पहले घर की छत पर एक खंभे से बंधी लड़की की तस्वीरें वायरल होने के बाद शनिवार को डॉक्टर और नौकरानी की गिरफ्तारी हुई। डॉक्टर की पत्नी ने एक वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसमें दावा किया गया कि परिवार को बदनाम करने और खत्म करने की साजिश रची गई थी।
बाद में असम बाल अधिकार संरक्षण आयोग (ASCPCR) ने मामले का संज्ञान लिया और नागरिक और पुलिस प्रशासन को जांच शुरू करने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा।
ASCPCR की चेयरपर्सन सुनीता चांगकाकोटी ने कहा कि आयोग ने मामले पर ध्यान दिया और गुवाहाटी पुलिस कमिश्नर और कामरूप मेट्रोपॉलिटन डिप्टी कमिश्नर को शुक्रवार शाम को पत्र लिखकर घटना के बारे में जानकारी मांगी। उसने दावा किया कि आरोपी डॉक्टर की पिछली पत्नी ने भी कुछ साल पहले उनके खिलाफ अपने बच्चे के साथ दुर्व्यवहार करने के समान आरोप लगाए थे।
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