सार
कभी दस्युओं के लिए कुख्यात रहे मध्य प्रदेश के चंबल के मुरैना में 5 मई को हुए नरसंहार को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। लेपा भिसोड़ा गांव में शुक्रवार सुबह आपसी रंजिश में एक परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मुरैना. कभी दस्युओं के लिए कुख्यात रहे मध्य प्रदेश के चंबल के मुरैना में 5 मई को हुए नरसंहार को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। लेपा भिसोड़ा गांव में शुक्रवार सुबह आपसी रंजिश में एक परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस गोलीकांड का वीडियो वायरल हुआ था, जिससे पुलिस को हत्यारों की पहचान करना आसान हुआ। यह वीडियो पीड़ित परिवार की एक लड़की ने छत ये शूट किया था, जबकि उसे भी गोली के छर्रे लगे थे।
लेपा गांव हत्याकांड-आरोपियों के घर तोड़े जाने पर अड़े पीड़ित
शनिवार को शवों को एम्बुलेंस में ही श्मशान घाट तक ले जाया गया। यानी अंतिम संस्कार के लिए यात्रा नहीं निकाली गई। वहीं, पीड़ितों ने आरोपियों के घर तोड़े जाने और बंदूक के लाइसेंस देने की मांग की। एसपी ने कहा कि पीड़ित परिवार में जो भी पात्र होगा, उसे शस्त्र लाइसेंस दिए जाएंगे। प्रशासन ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए चार आरक्षक और एक हेड कॉन्स्टेबल की नियुक्ति करने की भी घोषणा की। एसडीएम एलके पांडे के अनुसार,घर तोड़ने को लेकर आरोपियों के परिवार को नोटिस भेजा गया है।
मुरैना गोलीकांड-चंबल के लेपा गांव में नरसंहार की कहानी
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में 10 साल बाद अपने गांव लौटने पर 5 मई को तीन महिलाओं सहित एक ही परिवार के छह सदस्यों की गोली मारकर हत्या करने का मामला देशभर के मीडिया की सुर्खियों में है। इस हत्याकांड में जीवित बची एक महिला ने मीडिया को बताया कि हमलावर अतीत में अपने परिवार के कुछ लोगों की हत्या के लिए पीड़ितों के रिश्तेदारों को दोषी ठहराते थे। वे बदला लेने का इंतजार कर रहे थे।
पान सिंह तोमर के गांव भिड़ोसा के करीब हुआ नरसंहार
ये हत्याएं जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर लेपा गांव में 5 मई की सुबह करीब 10 बजे हुईं। यह गांव एथलीट से डकैत बने पान सिंह तोमर की जन्मस्थली भिड़ोसा से सटा हुआ है।
आईजी (चंबल जोन) एस सक्सेना ने मीडिया को फोन पर बताया कि पीड़ितों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य ने जिला अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि तीन अन्य घायल हो गए और उनका इलाज चल रहा है।
एडिशनल एसपी राय सिंह नरवरिया ने मृतकों की पहचान गजेंद्र सिंह (55), संजू (40), सत्यप्रकाश (35), लेस कुमारी (46), बबली तोमर (उम्र ज्ञात नहीं) और मधु कुमारी (36) के रूप में की है।
आईजीपी सक्सेना ने कहा कि पुलिस ने हत्या में शामिल 8 लोगों की पहचान की है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मुरैना लेपा गांव हत्याकांड की चश्मदीद महिला की जुबानी
हमले में अपने पति, दो बेटों और तीन बहुओं को खोने वाली कुसुमा तोमर ने पत्रकारों को बताया कि उनके परिवार का आरोपी से 2013 में सरकारी जमीन के एक टुकड़े को लेकर विवाद हुआ था।
उन्होंने कहा, "हमलवारों के परिवार के दो सदस्यों की तब हत्या कर दी गई थी। हत्याओं से हमारा कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन हमारे परिवार के सदस्यों के नाम इस मामले में घसीटे गए थे।"
कुसुम ने कहा,"बाद में जेल में उनके और हमारे परिवार के बीच एक समझौता हुआ। हमने उन्हें मुआवजे के रूप में 6 लाख रुपये दिए और अपनी जमीन उनके नाम पर ट्रांसफर कर दी।"
लेपा गांव हत्याकांड और चंबल की बहादुर बेटी रंजना तोमर
ये हैं रंजना तोमर, जिन्होंने गोली के छर्रे लगने पर घायल होने के बावजूद छत से हमलावरों का वीडियो शूट किया। इस वीडियो से पुलिस को हमलावरों की पहचान करना आसान हुआ। दिमनी विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले लेपा गांव में जब तड़तड़ गोलियां बरसाई जा रही थीं, तब घायल रंजना तोमर छत पर चढ़ गई और वीडियो शूट करने लगी।
जब आरोपी की नजर उस पर पड़ी, तो उसने फायर किया। छर्रे रंजना को लगे, फिर भी वो वीडियो शूट करती रही। आरोपी द्वारा चलाई गई गोली छत की दीवार पर एक ईंट से टकराई थी। कुछ छर्रे रंजना को लगे, तो वो गिर पड़ी। रंजना के पिता वीरेंद्र सिंह को भी गोली लगी है। उनका इलाज चल रहा है।
घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस बल तैनात है और आरोपियों को पकड़ने जगह-जगह छापेमारी की जा रही है।
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