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झारखंड के दूसरे 'Youth Icon' आइएएस छवि रंजन, जो अब जेल में है, नौकरी से लेकर फैमिली तक हर जगह खराब की 'छवि'
मिलिए ये हैं झारखंड के दूसरे IAS छवि रंजन; जो घोटाले में पकड़े गए हैं। 2000 बैच की IAS पूजा सिंघल के बाद छवि रंजन ऐसे IAS ऐसे हैं, जिन्हें जेल की हवा खानी पड़ रही है। छवि रंजन झारखंड कैडर के 2011 बैच की IAS अधिकारी हैं।
| Published : May 06 2023, 09:56 AM IST / Updated: May 06 2023, 02:35 PM IST
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रांची. मिलिए ये हैं झारखंड के दूसरे IAS छवि रंजन; जो घोटाले में पकड़े गए हैं। 2000 बैच की IAS पूजा सिंघल के बाद छवि रंजन ऐसे IAS ऐसे हैं, जिन्हें जेल की हवा खानी पड़ रही है। छवि रंजन झारखंड कैडर के 2011 बैच की IAS अधिकारी हैं। रांची और कोडरमा सहित झारखंड के कई जिलों के डिप्टी कमिश्नर रहे छवि रंजन को 4 मई 2023 को रांची डीसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय सेना से संबंधित भूमि की अवैध खरीद और बिक्री के लिए प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने गिरफ्तार किया गया है।
छवि रंजन का जन्म 29 दिसंबर 1981 कदमा, जमशेदपुर में हुआ था। छवि रंजन ने 2011 में 125 रैंक हासिल करके यूपीएससी एग्जाम पास किया था।
2022 में छवि रंजन ने पहली पत्नी लवली रंजन(तस्वीर) को तलाक देकर दूसरी मैरिज कर ली थी। पहली शादी से उन्हें एक बेटा और एक बेटी है।
यह तस्वीर विवादास्पद IAS छवि रंजन की पहली शादी से हुए बच्चों और दूसरी पत्नी की है।
1999 में छवि रंजन ने बिष्टुपुर के सेंट मरीज हिन्दी स्कूल से मैट्रिक पास किया था। टेल्को के चिन्मया स्कूल से 12वीं पास करने के बाद छवि रंजन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से बीएससी व एमएससी की डिग्री हासिल की थी।
2011 में IAS बनने के बाद छवि रंजन को झारखंड कैडर मिला था। पहली पोस्टिंग चक्रधरपुर में SDO पद पर हुई थी।
ED की शुरुआती जांच में सामने आया है कि जब छवि रंजन रांची के DC थे, तब फर्जी कागजात के आधार पर बड़े पैमाने पर जमीनों की खरीद-फरोख्त की गई थी। इनमें बरियातू में मौजूद सेना की जमीन भी शामिल थी।
जांच में पता चला कि पिछले 90 साल से इस जमीन पर सेना का कब्जा था। लेकिन IAS की मिलीभगत से 2021 में प्रदीप बागची नामक शख्स ने अपना मालिकाना हक जताते हुए जगतबंधु टी एस्टेट के डायरेक्टर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेच दी।
आईएस छवि रंजन जब 2015 में छवि रंजन कोडरमा के डीसी थे, तब उन्होंने मरकच्चो जिला परिषद डाक बंगला परिसर में लगे शीशम के पेड़ों को कटवा कर अपने घर रखवाया था। तब भी विवाद हुआ था।