पश्चिम बंगाल में बीएसएफ ने 50 सोने के बिस्कुट जब्त किए और एक सिविल इंजीनियर को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से 4.3 करोड़ रुपये की सोने की तस्करी का खुलासा हुआ। जानें इंजीनियर कैसे बना गोल्ड तस्कर?
कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना जिले में एक सिविल इंजीनियर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 50 सोने के बिस्कुट जब्त करने का दावा किया है। BSF के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के DIG और प्रवक्ता एन के पांडे ने बताया कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, 5 BN BSP के जवानों ने टेंटुलबेरिया सीमा चौकी पर तैनात अंचलपारा गांव में तलाशी ली। यह गांव BOP से करीब 2,700 मीटर पीछे स्थित है।
बीएसएफ के जवानों को देखकर एक व्यक्ति अपने घर के पिछले दरवाजे से भागने की कोशिश करने लगा। चेतावनी के बावजूद उसने बीएसएफ की घेराबंदी तोड़ने की कोशिश की, जब तक कि एक जवान ने हवाई फायरिंग नहीं की। गोली की आवाज सुनकर वह व्यक्ति घबरा गया और उसने सरेंडर कर दिया।" उन्होंने बताया कि आरोपी की तलाशी लेने पर सिंथेटिक कैरी बैग में लिपटा एक काले कपड़े का बेल्ट बरामद हुआ, जिसके अंदर 50 सोने के बिस्किट मिले।
डीआईजी पांडे ने बताया कि उसे सोने के साथ आगे की जांच के लिए टेंटुलबेरिया बीओपी ले जाया गया। पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति ने दावा किया कि वह एक सिविल इंजीनियर है, जिसने आसानी से पैसे कमाने के लिए तस्करी करना शुरू कर दिया था।"
उन्होंने बताया कि इंजीनियर ने कबूल किया कि वह भारत-बांग्लादेश सीमा (IBB) के पार से सोने की खेप प्राप्त करता था, उन्हें कुछ घंटों के लिए अपने पास रखता था और फिर उन्हें किसी अज्ञात वाहक को सौंप देता था। डीआईजी ने बताया कि उसने दावा किया कि उसे प्रति डिलीवरी 500-1,000 रुपये मिलते थे। उसे सोमवार सुबह 50 सोने के बिस्किट मिले थे, लेकिन बीएसएफ ने उन्हें सौंपने से पहले ही उसे पकड़ लिया।"
आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए उस व्यक्ति को सोने के साथ राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI), कोलकाता के अधिकारियों को सौंप दिया गया।
डीआईजी पांडे ने बीएसएफ टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए सीमावर्ती लोगों से आग्रह किया कि वे सोने की तस्करी से संबंधित कोई भी जानकारी बीएसएफ की सीमा साथी हेल्पलाइन 14419 के माध्यम से शेयर करें या व्हाट्सएप नंबर 9903472227 पर वॉयस ऑफ टेक्स्ट मैसेज भेजें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा और उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
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