गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम मैक्सिको से घसीटते हुए भारत लाई और बुधवार के दिन कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत की मांग की। मांग को मानते हुए कोर्ट ने 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा। जहां पूछताछ में गैंगस्टर ने उगले कई राज।
दिल्ली (delhi news). देश की राजधानी दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को बुधवार के दिन पेश करने के बाद सुनवाई करते हुए 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जहां से पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने भारत से भागने से लेकर उसकी मदद करने के बारे में कई राज उगले। बता दे कि आरोपी को मैक्सिको से दिल्ली की स्पेशल सेल की टीम पकड़कर भारत लाई और वहीं से दिल्ली पटियाला कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की थी।
पाकिस्तानी नागरिक कर रहा था मदद
पुलिस पूछताछ में गैंगस्टर दीपक बॉक्सर ने बताया कि उसकी देश छोड़कर भागने में मदद मैक्सिको में रहने वाला एक पाकिस्तानी कर रहा था। उसने बताया कि एक अनजान आदमी जिसका नाम अली था उसने उसे 1 मार्च के दिन सैन साल्वाडोर के बाहर मिला और अमेरिका के मैक्सिकों सिटी ले जाने वाला था। साल्वाडोर एयरपोर्ट से अली दीपक को टैक्सी में बैठाकरकर मैक्सिको के लिए रवाना हो गया। मैक्सिको बॉर्डर पर पहुंच वहां से नकली वीजा (donkey ride) के जरिए मैक्सिको में प्रवेश कराया। जहां से आरोपी को ट्रेस कर रही पुलिस ने 5 अप्रैल के दिन अरेस्ट कर भारत ले आई।
मैक्सिको पहुंचने के लिए की 8 यात्राए
पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर दीपक ने भारत से मैक्सिको तक पहुंचने के लिए 6 जनवरी से लेकर 1 मार्च तक करीब 8 यात्राए की जिसके चलते वह अलग देशों में रूका। पुलिस ने बताया कि 6 जनवरी को कलकता से नकली पासपोर्ट के जरिए भागकर दीपक पहले दुबई पहुंचा वहां से कजाकिस्तान के निकला। इस दौरान वह कभी इस्तांबुल तो कभी पनामा सिटी होते हुए स्पेन पहुंचा। दीपक ने बताया कि वह इस पूरे समय अली के संपर्क में बना रहा। स्पेन में वह अली के ऑर्डर का इंतजार करते दो वीक रूका। इसके बाद वह कनेक्टिंग फ्लाइट लेते हुए साल्वडोर पहुंचा जहां अली से मुलाकात हुई।
इंटरनेशनल बॉर्डर पार करवाने वाले होते है डोंकर
पुलिस ने बताया कि अली एक डोंकर है जिसे दीपक से दूसरे बड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार ने मिलवाया था। क्योंकि उसने ही मर्डर के बाद भगाने का वादा किया था। पुलिस ने बताया कि डोंकर वे व्यक्ति होते है जो भागे हुए लोगों की अवैध तरीके से मैक्सिको और पनामा के रास्ते अमेरिका में प्रवेश करा तस्करी करते है।
आईपी एड्रेस से पुलिस ने किया ट्रेस
पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपक लगातार दूसरे गैंगस्टर से संपर्क में बने रहने के लिए सिग्नल और टेलीग्राम जैसे एप का उपयोग कर रहा था। पुलिस ने उसके द्वारा उपयोग की जा रही इंटरनेट आईपी एड्रेस को ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन पता चल गई। इंटेरोगेशन कर रही पुलिस उसके अन्य लोगों के लोकेशन के बारे में पूछताछ कर रही है। अंदाजा लगाया जा रहा हैकि दीपक द्वारा किए गए मर्डर का पता लगाने के लिए जेल में बंद गैंगस्टर दिनेश कराला से मिलवाया जा सकता है।
इन अपराधों के चलते दीपक था वांटेड
हरियाणा का रहने वाला नामी गैंगस्टर दीपक बॉक्सर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शातिर और खास आदमी है इसके साथ ही वह 10 से ज्यादा क्रिमिनल मामलों में वांटेड था। उसके ऊपर मर्डर, हत्या की कोशिश, मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) के तहत कई मामले दर्ज होने के साथ। इसके अलावा दिल्ली पुलिस को उसकी तलाश बिल्डर अमित कुमार की हत्या के मामले में तलाश थी। गोगी गैंग संभाल रहा यह अपराधी विदेश भागकर वहां बैठकर दिल्ली में क्रिमिनल एक्टिविटी चलाने का प्लान बना रहा था।
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