देश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने से लू की स्थिति बनी हुई है। IMD ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, सिक्किम, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू(heat wave) चलने की आशंका जताई है।
नई दिल्ली. देश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने से लू की स्थिति बनी हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, सिक्किम, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू(heat wave) चलने की आशंका जताई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। इन राज्यों के ऊपरी इलाकों में एक-दो जगहों पर बर्फबारी भी संभव है। स्काईमेट वेदर के अनुसार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों, उत्तरी राजस्थान, असम, अरुणाचल प्रदेश और केरल में छिटपुट बारिश संभव है।
24 घंटे के बाद विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश संभव है। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, सिक्किम, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि बुधवार को दिल्ली में दिन भर बादल छाए रहेंगे। इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती हैं। हल्की बारिश भी संभावित है। अधिकतम तापमान गिरकर 38 डिग्री रह सकता है। अगले तीन दिन तक यही स्थिति रहेगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 37 व 20 डिग्री तक बना रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान, जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तथा ऊंचे पहाड़ों पर हल्का हिमपात हुआ। असम और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
हिमाचल प्रदेश, उत्तरी पंजाब और अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश हुई। अधिकतम तापमान गुजरात के आंतरिक हिस्सों, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों सहित, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में 40 और 43 डिग्री के दायरे में रहा। गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश और बिहार में एक या दो स्थानों पर लू की स्थिति रही।
मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा हरियाणा और पंजाब होते हुए हिमाचल प्रदेश तक जा रही है। एक ट्रफ निचले स्तरों में उत्तर आंतरिक कर्नाटक से दक्षिण तमिलनाडु तक फैली हुई है। पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) का प्रभाव अफगानिस्तान के उत्तरी भागों पर है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) हीट वेव या लू तब घोषित करता है, जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र कहते हैं-‘जब हवाएं पूर्वी दिशा से या बंगाल की खाड़ी की दिशा से चलती हैं, तो कई बार बादल छा जाते हैं। ये पूर्वी राज्यों में तापमान कम कर देते हैं। लेकिन इस समय उत्तर-पश्चिम से गर्म, शुष्क हवाएं पूर्वी भारत की ओर बह रही हैं। ऐसे में पूर्वी राज्यों के लोगों को लू से बचना चाहिए।’
बता दें कि नवी मुंबई के खारघर में 16 अप्रैल को 'महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह' में हीट स्ट्रोक की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई थी। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक उत्तर भारत के कई राज्यों में हीटवेव का अनुमान लगाया है।
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