मोरबी पुल हादसे से लेकर राजकोट गेमिंग जोन दुर्घटना, दो साल में 2 बड़े हादसों से कांप उठा गुजरात, जानें पूरा मामला
गुजरात के लिए शनिवार (25 मई) की शाम काली रात लेकर आई थी। राज्य के राजकोट शहर में गेम जोन में लगी भीषण आग ने 27 लोगों की जिंदगियां छीन लीं।
sourav kumar | Published : May 26, 2024 8:33 AM IST
मोरबी पुल हादसे से लेकर राजकोट गेमिंग जोन दुर्घटना, दो साल में 2 बड़े हादसों से कांप उठा गुजरात, जानें पूरा मामला
गुजरात के लिए शनिवार (25 मई) की शाम काली रात लेकर आई थी। राज्य के राजकोट शहर में गेम जोन में लगी भीषण आग ने 27 लोगों की जिंदगियां छीन लीं। इसने मोरबी हादसे की जख्मे हरी कर दी।
गुजरात में गेम जोन में से जुड़ा पहला हादसा नहीं
गुजरात में गेम जोन में से जुड़ा पहला हादसा नहीं है। पिछले 2 साल पहले मोरबी पुल हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
राजकोट हादसे में मोरबी पुल घटना के बाद भी प्रशासन की लापरवाही दिखी साफ
कल राजकोट में हुए हादसा बेहद ही ताजा उदाहरण है। हालांकि, मोरबी पुल हादसे के बाद भी प्रशासन की लापरवाही साफ देखने को मिली, जब TRP गेम जोन में लगी भीषण आग में लोगों की जान चली गई।
राजकोट गेम जोन में भीषण आग लगने की सूचना 4.30 बजे मिली
राजकोट गेम जोन में भीषण आग लगने की सूचना 4.30 बजे मिली। इसके बाद आनन-फानन में दमकलकर्मी और पुलिस मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया।
राजकोट में 27 लोगों ने जिंदगी से हाथ धो लिया
दमकलकर्मियों ने लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद शाम 7.30 बजे तक आग पर काबू पाया। मगर तब तक 27 लोगों ने जिंदगी से हाथ धो लिया था। इस घटना में 12 साल से कम उम्र के कम से कम चार बच्चे शामिल थे।
मोरबी पुल हादस में भी प्रशासन की लापरवाही
मोरबी पुल हादस में भी प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली थी, जब महज पुल को 6 महीने तक रिपेयर करने के बाद हादसे से सिर्फ 5 दिन पहले ही खोला गया था।
राजकोट हादसे के पहले गुजरात में दो साल पहले अक्टूबर 2022 में मोरबी पुल हादसा
राजकोट हादसे के पहले गुजरात में दो साल पहले अक्टूबर 2022 में मोरबी पुल हादसा हुआ, जिसमें 135 लोगों की जान चली गई, जबकि 180 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
मोरबी के लोग पुल की ओर गए और उस पर चढ़े
30 अक्टूबर की शाम जब मोरबी के लोग पुल की ओर गए और उस पर चढ़े तो उन्हें मालूम नहीं था कि शायद उनमें से कुछ कभी लौटकर नहीं आने वाले हैं। ये पुल मच्छु नदी पर बना हुआ था।