पोरबंदर में 79वां स्वतंत्रता दिवस: CM भूपेंद्र पटेल का ‘एजेंडा फॉर 2035’, 100 करोड़ की ग्रामोत्थान योजना लॉन्च

Published : Aug 15, 2025, 08:38 PM IST
Porbandar Independence day

सार

Independence Day 2025: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर महात्मा गांधी की जन्म भूमि पोरबंदर में ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी। मुख्यमंत्री ने ‘एजेंडा फॉर 2035’ और 100 करोड़ की मुख्यमंत्री ग्रामोत्थान योजना का ऐलान किया।

Independence Day 2025: महात्मा गांधी जी की पावन जन्मभूमि पोरबंदर में इस बार स्वतंत्रता दिवस का जश्न कुछ खास रहा। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तिरंगे को सलामी देते हुए एजेंडा फॉर 2035 का ऐलान किया, जो गुजरात को 2047 तक ‘विकसित गुजरात’ बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि 1960 में गुजरात की एक अलग राज्य के रूप में स्थापना के बाद शुरू हुई विकास यात्रा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 21वीं सदी में एक नई दिशा, नई ऊर्जा और गति मिली है।

खुली जीप में सवार होकर पोरबंदर की जनता से हुए रूबरू

कार्यक्रम में खुले जीप में सवार होकर सीएम ने पोरबंदर की जनता का अभिवादन स्वीकार किया। 685 जवानों ने अनुशासित परेड के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी, वहीं अश्व शो, बाइक स्टंट और डॉग शो ने लोगों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, भागवत कथाकार संत पूज्य रमेशभाई ओझा, सांसद रामभाई मोकरिया, विधायक अर्जुन मोढवाडिया और जिले के पदाधिकारियों की उपस्थिति में पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्रगीत की धुन और परेड के साथ ध्वजारोहण किया।

एजेंडा फॉर 2035 का किया ऐलान

मुख्यमंत्री ने राज्य के नागरिकों को 79वें स्वतंत्रता पर्व की शुभकामनाएं देते हुए यह घोषणा की कि वर्ष 2035 में गुजरात की स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने तक सरकार सर्वांगीण विकास और अधिक जनाभिमुख प्रशासन के नए आयाम सिद्ध करने के लिए ‘समृद्ध राज्य, समर्थ नागरिक’ के ध्येय के साथ ‘एजेंडा फॉर 2035’ ला रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य के आधार पर ‘विकसित गुजरात 2047’ के विजन को साकार करने के लिए यह ‘एजेंडा फॉर 2035’ संपूर्ण सरकार (होल ऑफ गवर्नमेंट) के दृष्टिकोण के साथ मार्गदर्शक बनेगा। उन्होंने इस अवसर पर पोरबंदर की धरती से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और समयबद्ध शहरी विकास आयोजन की महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं।

100 करोड़ की ग्रामोत्थान योजना का भी होगा शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 100 करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ मुख्यमंत्री ग्रामोत्थान योजना शुरू की जाएगी जिससे तहसील मुख्यालय ग्राम पंचायतों को शहरी तर्ज पर विकसित किया जाएगा। साथ ही 100 टाउन प्लानिंग स्कीम और 55 छोटे नगरों के लिए GIS आधारित विकास योजना भी तैयार होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो ग्राम पंचायतें तहसील मुख्यालय हैं और जिनका नगर पालिका में विलय नहीं हुआ है, उनका सर्वांगीण विकास कर उन्हें शहरी तर्ज पर विकसित करने और भौतिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य यह है कि बड़े गांव शहरों का विकल्प बनें और नागरिक शहरों से इन बड़े गांवों की ओर जाने को प्रेरित हों।

टाउनशिप के लिए तैयार होगा प्लान

मुख्यमंत्री ने राज्य में इस वर्ष मनाए जा रहे शहरी विकास वर्ष के दौरान छोटे नगरों के सुनियोजित विकास के लिए 100 से अधिक टाउन प्लानिंग (टीपी) स्कीम और एक लाख तक की आबादी वाली 55 नगरों के लिए भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) आधारित डेवलपमेंट प्लान तैयार करने की भी घोषणा की।

सीएम ने कहा कि गुजरात आज प्रति व्यक्ति ₹1.96 लाख NSDP के साथ देश में अग्रणी है। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ का मंत्र देते हुए आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बने 11 लाख आवास, 2.90 करोड़ लोगों को आयुष्मान आरोग्य कार्ड, 3 करोड़ 26 लाख अंत्योदय लोगों को मुफ्त अनाज जैसी उपलब्धियों का जिक्र किया।

आदिवासी कल्याण के लिए किए गए कार्यों को गिनाया

सीएम भूपेंद्र पटेल ने बताया कि आदिवासियों के सर्वग्राही उत्कर्ष के लिए वनबंधु कल्याण योजना-2 के अंतर्गत इस वर्ष 30,121 करोड़ रुपए की बड़ी धनराशि का आवंटन किया है। उन्होंने आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जयंती वर्ष के संदर्भ में जानकारी दी कि अब तक आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए 4300 करोड़ रुपए से अधिक की छात्रवृत्ति सहायता प्रदान की है।

भूपेंद्र पटेल ने कहा कि युवा शक्ति के कौशल से स्टार्टअप इकोसिस्टम को और अधिक मजबूत कर रहे हैं। पांच लाख ‘लखपति दीदी’ और महिला संचालित दूध मंडलियों में 21 फीसदी महिला भागीदारी ने नारी शक्ति को सशक्त बनाया है। मुख्यमंत्री ने राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए 12 ‘गरवी गुजरात हाईस्पीड कॉरिडोर’, डीसा से पीपावाव ‘नमो शक्ति एक्सप्रेस वे’ और सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेस वे विकसित करने के आयोजन की भी चर्चा की।

एक पेड़ मां के नाम 2.0

कार्यक्रम के अंत में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ के अंतर्गत मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मांडविया और रमेशभाई ओझा ने माधवाणी कॉलेज के परिसर में पौधरोपण किया।

स्वतंत्रता पर्व के राज्य स्तरीय समारोह में केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मांडविया, सांसद रामभाई मोकरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष परबतभाई परमार, विधायक अर्जुनभाई मोढवाडिया, भागवताचार्य रमेशभाई ओझा सहित कई पदाधिकारी, वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य नागरिक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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