पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में कलियागंज के पास 10 वीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंग रेप और क्रूरता से हत्या के मामले ने बवाल मचा दिया है। इसे लेकर मीडिया से लेकर सोशल मीडिया और सड़कों पर जनआक्रोश दिखाई दे रहा है।
दिनाजपुर. पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में कलियागंज के पास 10 वीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंग रेप और क्रूरता से हत्या के मामले ने बवाल मचा दिया है। इसे लेकर मीडिया से लेकर सोशल मीडिया और सड़कों पर जनआक्रोश दिखाई दे रहा है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को पकड़ा है।
भाजपा ने शुक्रवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में एक दलित लड़की के कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या को लेकर टीएमसी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार पर जोरदार प्रहार किया। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (LoP) शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भाजपा विधायकों को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया। उन्होंने पुलिस पर सबूतों को कमजोर करने का भी आरोप लगाया।
ट्विटर पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “@BJP4Bengal के विधायकों को पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया और वहां जबरदस्ती बिठाया गया, क्योंकि @WBPolice जानकारी को दबाएगी और सबूतों को कमजोर कर देगी। वे पीड़ित के शरीर को इतने अशोभनीय तरीके से घसीटते रहे।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर दिनाजपुर जिले में दलित लड़की के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। गुरुवार को स्थानीय लोगों को नाबालिग का शव मिला, जो मिसिंग थी। शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। एसपी दिनाजपुर सना अख्तर ने बताया कि पीड़िता का शव कालियागंज में पाया गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने कहा-“हमें सूचना मिली थी कि एक लड़की गुरुवार रात से लापता है। हमने सभी रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर तलाशी शुरू कर दी। बाद में कैलीगंज में एक शव मिला। मृतक के परिजनों द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने इस घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया। एसपी ने कहा-“पुलिस को लड़की का शव उठाने के लिए प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा, ताकि जल्द से जल्द पोस्ट-मॉर्टम सुनिश्चित किया जा सके और महत्वपूर्ण सबूत नष्ट न हो जाएं। हमने मामले की सही तरीके से जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड भी गठित किया है।'
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने मामले का संज्ञान लिया है। एनसीपीसीआर के चेयरपर्सन प्रियांक कानूनगो ने ट्विटर पर कहा, “एनसीपीसीआर ने पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के रायगंज में एक दलित बच्ची के सामूहिक बलात्कार और हत्या की खबरों का संज्ञान लिया है। जांच करने के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग टीम वहां का दौरा करेगी।”
एनसीपीसीआर के द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “हमें पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में सामूहिक बलात्कार की घटना और एक बच्ची की हत्या के बारे में जानकारी मिली है। हमें कई स्रोतों से बहुत सारी जानकारी मिली है। यह एक जघन्य हत्या है और हम इसकी जांच करने जा रहे हैं। मैं स्वयं अपनी टीम के साथ उत्तर दिनाजपुर जाऊंगा।
एनसीपीसीआर ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य के मुख्य सचिव और उत्तरी दिनाजपुर कलेक्टर घटना के बारे में सूचित करने के बावजूद प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। बयान में आगे कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दोषियों को सजा देना ही एकमात्र तरीका है।
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