odisha train accident; ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या ढाई सौ पार हो चुकी है।रेल मंत्री ने अश्वनी वैष्णव ने ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौके पर जायजा लिया है।
बालासेर. ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए ट्रेन हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 900 के करीब यात्री तो अस्पताल में भर्ती हैं। अभी मौत का आंकड़ा और भी बड़ सकता है। कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के बीच हुआ यह भयानक एक्सीडेंट इतना भयानक था कि इसमें कई परिवारों को खत्म कर दिया। इसी बीच पता चला है कि इस भयावह हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है। तीनों आपस में सगे भाई थे।
कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे में गए तीनों भाई पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे
दरअसल, कोरोमंडल एक्सप्रेस ((Coromandel Train accident) हादसे में मारे जाने वाले तीन भाइयों की पहचान हरन गायेन, निशिकांत गायेन, दिबाकर गायेन के रुप में हुई है। तीनों मृतक मजदूरी करते थे और काम के सिलसिले में आंध्र प्रदेश जा रहे थे। वह इससे पहले ही कई भार आंध्र प्रदेश मजदूरी के लिए जा चुके थे। तीनों युवक पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना बसंती के रहने वाले थे।
ओडिशा ट्रेन हादसे का जायजा लेने पहुंचे पीएम मोदी
बता दें कि करीब हादसे को हुए 24 घंटे पूरे होने वाले हैं। अब हादसे के बाद चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। रेल मंत्री नेअश्विनी वैष्णव ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का जायजा लिया है। इस दौरान पीएम के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।
ऐसे हुआ ओडिसा में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन का एक्सीडेंट
बता दें कि पश्चिम बंगाल के शालीमार से चेन्नई जा रही शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से 300 मीटर दूर पटरी से उतर गई। इसी जगह एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे मालगाड़ी से टकरा गए। कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे तीसरे ट्रैक पर चले गए थे। इसी दौरान बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस आ गई। इसने पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों को टक्कर मार दी।