केरल की पारुकुट्टी अम्मा सौ वर्ष की उम्र की हैं और वह सबरीमाला की सीढ़ियां चढ़ने को तैयार हैं। वह इजरायल के लिए प्रार्थना करना चाहती हैं।
कलपेट्टा (केरला)। केरला की कलपेट्टा में 17 नवंबर से सबरीमाला अयप्पा मंडल मास की शुरुआत हुई है। सबरीमाला मंदिर में रोजाना लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। ऐसे में वायनाड की रहने वाली पारुकुट्टी अम्मा जो कि 100 साल की हैं वह भी सबरीमाला मंदिर की चढ़ाई चढ़ने के लिए तैयार हैं।
इजरायल के लिए प्रार्थना करना चाहती हैं पारुकुट्टी अम्मा
पारुकुट्टी अम्मा अपने पोते और पोते के भी बच्चों के साथ मंदिर जा रही हैं। जब उनसे पूछा गया कि अयप्पा के दर्शन के लिए क्या बहुत देर हो गई तो जवाब मिला कि हां देर तो काफी हो गई। उन्होंने कहा कि वह भगवान अयप्पा की पूजा कर इजराइल के लिए प्रार्थना करना चाहती थीं। इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान उनके पोते गिरीश और गिरीश के बच्चे अमृतेश, अन्विता और अवंतिका भी उनके साथ रहेंगी।
पोते-पोतियों का हाथ पकड़कर सबरीमाला जाएंगी पारुकुट्टी
उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन और टीवी के जरिए इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के बारे में पता चला। उन्होंने कहा कि युद्ध एक दुखद बात है और सभी लोग शांति चाहते हैं। पारुकुट्टी अम्मा ने कहा कि यह सबरीमाला यात्रा इसी उद्देश्य के लिए है। पारुकुट्टी अम्मा 41 दिनों के उपवास के बाद दिसंबर के दूसरे दिन अपने पोते-पोतियों का हाथ पकड़कर पहाड़ पर चढ़ेंगी।
सबरीमाला अयप्पा मंदिर की सीढ़ियां चढ़ना चाहती हैं पारुकुट्टी
पारुकुट्टी अम्मा की इच्छा है सबरीमाला अयप्पा मंदिर की पवित्र 18 सीढ़ियों पर कदम रखने की है। उनके पोते गिरीश ने बताया कि जब उनसे सबरीमाला जाने के लिए पूछा गया तो उनका जवाब हां था। उन्होंने खुद ही पहाड़ों की चढ़ाई चढ़ने की भी इच्छा जताई थी। वह सिर्फ भगवान अयप्पा के दर्शन करना चाहती हैं। वह समाज, देश और परिवार की समस्याओं को भगवान तक पहुंचाना चाहती हैं।