
सूरत. साइबर क्राइम को लेकर सरकार और पुलिस लगातार एडवायजरी जारी करती आ रही है, बावजूद लोग लालच में जाने-अनजाने फंस जाते हैं। गुजरात के सूरत की रहने वाली लेडी प्रोफेसर के साथ भी यही हुआ। नतीजा, आशंका है कि उसने ब्लैकमेलिंग से डरकर सुसाइड कर लिया।
सूरत के रांदेर इलाके में रहने वाली प्रोफेसर सेजल पटेल सुसाइड केस में पुलिस को कई चौंकाने वाले सबूत हाथ लगे हैं। फोटोज एडिट करके ब्लैकमेल करने से डरी प्रोफेसर ने कथित तौर पर ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया था। यह घटना पिछले महीने हुई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस लगातार जांच-पड़ताल करती रही और अब जाकर बिहार से आरोपी पकड़े गए हैं।
पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में खुलासा हुआ कि यह नेटवर्क पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा है। पुलिस ने प्रोफेसर सुसाइड केस में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद यह पता किया। आरोपी अभी 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल से 72 से अधिक अलग-अलग यूपीआई आईडी मिले हैं। ये ईमेल आईडी पाकिस्तान के लाहौर निवासी किसी जुल्फीकार के हैं। इस आइडी से कई वर्चुअल नंबर भी मिले हैं।
पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर सेजल पटेल ने उत्राण रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के सामने कूदकर सुसाइड कर लिया था। प्रोफेसर को लोन लेने का एक लिंक मिला था। उस पर क्लिक करने के बाद उसका फोन हैक कर लिया गया। फिर फोटोज को एडिट करके ब्लैकमेल किया जाने लगा। इसके बाद अपराधी उससे लगातार पैसे मांग रहे थे। पुलिस ने इस मामले में अभिषेक प्रसाद, रोशन कुमार विजय प्रसाद सिंह और सौरभ राज को अरेस्ट किया है।
पुलिस की पड़ताल में पता चला कि इस गैंग से एक जूही नामक महिला भी जुड़ी थी। वो वांटेड है। जूही पीड़ितों से अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कराती थी। इस गैंग ने गुजरात के अलावा अरुणाचल, महाराष्ट्र सहित देशभर में लोगों को ब्लैकमेल किया। पुलिस इस गैंग के अंकित कुमार, लखबीर ट्रेडर्स, महानगर अमृतसर, जूही तथा शांतनु केशव को भी ढूंढ़ रही है।
अगर आप किसी भी तरह के साइबर क्राइम के शिकार हुए हैं, तो शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज करा सकते हैं। इस नंबर पर शिकायत करने के बाद आपको अपनी पूरी डिटेल्स देनी होती है।इसके बाद आपकी शिकायत पर एक्शन लिया जाता है। संभव होता है कि आपके अकाउंट से जो पैसे गए हैं, वे वापस मिल जाएं।
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