हिमाचल प्रदेश के चिंतामणि मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए 1100 रुपये वसूले जा रहे हैं। पंजाब से मंदिर दर्शन करने आए संतों के एक जत्थे ने इस पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए हैं।
शिमला। अब भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को शुल्क देना होगा। हिमाचल प्रदेश में माता चिंतपूर्णी मंदिर में दर्शन के लिए 5 श्रद्धालुओं के जत्थे से 1100 रुपये दर्शन चार्ज वसूले जा रहे हैं। पंजाब से माता के दर्शन के लिए आए संतों के जत्थे ने इसे लेकर काफी नाराजगी जताई है। कांग्रेस सरकार की ओर से मंदिरों पर इस प्रकार से दर्शन-पूजन के लिए मुगलिया टैक्स वसूली पर उन्होंने सवाल उठाया है।
11 सौ की पर्ची पर पांच भक्तों का दर्शन
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध चिंतामणि मंदिर के दर्शन के लिए अब हर कोई वीआईपी दर्शन कर सकता है। यहां मंदिर के टिकट काउंटर पर 1100 रुपये की पर्ची कटानी होगी। एक पर्ची पर अधिकतम पांच श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। हालांकि अतिरिक्त शुल्क लेकर मंदिर में भगवान के दर्शन कराने को लेकर विऱोध भी किया जा रहा है। पंजाब से आए कुछ श्रद्धालुओं के जत्थे ने इसका विरोध किया है। श्रद्धालुओं ने मंदिर में इस प्रकार की वसूली को बंद करने की मांग की है।
मंदिर में दर्शन के लिए लगाए चार्ज को मुगलिया कर बताया
पंजाब से आए श्रद्धालुओं ने मंदिर दर्शन के लिए लिए जा रहे 1100 रुपये चार्ज को मुगलिया टैक्स करार दिया है। श्रद्धालुओं के जत्थे ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार की घोर निंदा की है। मंदिर में उन्होंने मांग की है कि इस अतिरिक्त शुल्क को बंद किया जाए। भगवान के दर्शन के लिए सबसे एक समान व्यवहार होना चाहिए।