रूसी बाला को भाया राजस्थानी छोरा, चट मंगनी पट कर ली शादी, जानें कैसे परवान चढ़ा इश्क

राजस्थान के बीकानेर जिले के एक युवक ने रूसी युवती से शादी कर ली है। आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़े मयंक ने रूस की सैनिया से मंदिर में हिन्दू रीति रिवाज के साथ शादी कर ली है। 

बीकानेर.  राजस्थान का एक छोरा विदेशी दुल्हन लेकर आया है। बीकानेर जिले में रहने वाले मयंक ने रूस की रहने वाली सैनिया से हिंदू रीत रिवाज से शादी कर ली है। दोनों के मंदिर में सात फेरे लेने के साथ विदेशी बाला राजस्थान की बहू बन गई है। शादी में सैनिया के परिवार वाले शामिल नहीं हो सके।  

7 अगस्त को इंगेजमेंट
राजस्थान में शादी करने से पहले दोनों ने 7 अगस्त को मॉस्को में इंगेजमेंट की थी। राजस्थानी दूल्हे के साथ कृष्ण मंदिरों में घूमते-घूमते विलायती दुल्हन को यह देसी छोरा पसंद आ गया और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। फिर क्या था चट मंगनी और पट शादी हो गई। 

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आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलुरू में हुई दोनों की मुलाकात
रूस की सैनिया इसी साल मई महीने में भारत आई थी। भारत आने के बाद भगवान कृष्ण में उसकी आस्था गहरी हो गई। इस दौरान राजस्थान के बीकानेर में रहने वाले मयंक से उसकी मुलाकात हुई। मंयक बैंगलुरू में ऑर्ट ऑफ लिविंग से जुड़ा है। वहीं पर दोनों में मुलाकात के बाद बातचीत शुरू हुई।

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सैनिया को भाया राजस्थानी कल्चर
सैनिया को मयंक भा गया। दोनों के विचार मिलने लगे। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम हुआ। मयंक के प्रेम के साथ ही रूस की सैनिया कृष्ण भक्ति में भी डूबने लगी। दोनों ने कई इस्कॉन मंदिर घूमे। सैनिया धीरे-धीरे राजस्थानी कल्चर में ढलने लग गई। कुछ दिन पहले दोनों ने एक दूसरे से शादी करने का बन बनाया। सात अगस्त को दोनों ने मॉस्को जाकर सगाई की और उसके बाद राजस्थान आ गए। यहां बीकानेर में हिंदू रीत रिवाज से दोनों ने शादी रचा ली। मंदिर में बिना खर्च के ये शादी हो गई। 

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