एक लापरवाही ने इस फेमस IAS का पूरा करियर सत्यानाश किया, सरकार ने गुस्से में राहुल गांधी के क्षेत्र में कर दिया ट्रांसफर
केरल के कोच्चि शहर के ब्रह्मपुरम इलाके के डंप यार्ड में लगी आग के कारण पैदा हुए जहरीले धुएं को रोकने में फेल साबित हुईं IAS रेणु राज पर सरकार का गुस्सा फूट पड़ा है। एर्नाकुलम जिले की कलेक्टर रेणु राज को वायनाड जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है।
Amitabh Budholiya | Published : Mar 10, 2023 4:29 AM IST / Updated: Mar 10 2023, 10:00 AM IST
कोच्चि. केरल के कोच्चि (Kochi) शहर के ब्रह्मपुरम इलाके के डंप यार्ड (waste yard fire) में लगी आग के कारण पैदा हुए जहरीले धुएं को रोकने में फेल साबित हुईं IAS रेणु राज पर सरकार का गुस्सा फूट पड़ा है। एर्नाकुलम जिले की कलेक्टर रेणु राज ब्रह्मपुरम कचरे के यार्ड में आग लगने की घटना के बाद से खुद को मुश्किल में पा रही हैं। IAS अधिकारी को अब वायनाड जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है। राहुल गांधी यहां से सांसद हैं।
केरल हाईकोर्ट ने 7 मार्च को IAS रेणु राज को कड़ी फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने आग की घटना का संज्ञान लिया और रेणु राज को ब्रीफिंग के लिए अदालत में पेश होने के लिए कहा था। लेकिन वे हाजिर नहीं हुईं। इसके बजाय वे एक डिजास्टर मैनेजमेंट आफिसल के सामने पेश हुईं। कोर्ट ने साफ कहा कि रेणु राज अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकती हैं।
बता दें कि ब्रह्मपुरम वेस्ट यार्ड में आग 2 मार्च को लगी थी। इसे अभी तक पूरी तरह से बुझाया नहीं जा सका है। आग बुझाने के लिए भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर तक बुलाने पड़े। 7 मार्च को वायुसेना का एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टर भी अभियान में शामिल हुआ। इस हादसे ने रेणु की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए थे। ब्रह्मपुरम डंप यार्ड 110 एकड़ में फैला हुआ है।
36 वर्षीय IAS रेणु राज की मां एक गृहिणी है। पिता एक रिटायर्ड KSRTC कंडक्टर हैं। एमबीबीएस करने के बाद सिविल सेवा परीक्षा की पढ़ाई के दौरान उन्होंने एक सरकारी अस्पताल में काम किया।
रेणु राज मूलरूप से केरला के कोट्टायम जिले की रहने वाली हैं। आईएएस बनने से पहले रेणू कोल्लम के एक अस्पताल में डॉक्टर थीं। यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2014 में रेणु ने अपने पहले ही प्रयास में टॉप किया था।
रेणु राज ने इसी जनवरी में श्रीराम से छोटानिककारा के एक फंक्शन हॉल में शादी की थी। उनकी यह दूसरी शादी है, जो काफी सादगीपूर्ण रही थी। इसमें केवल करीबी दोस्त और परिवार वाले ही शामिल हुए थे।