वडोदरा गुजरात बोट हादसा, मृतक परिवार को 4-4 लाख और घायलों को 50 हजार की सहायता, जानिये पाइंट टू पाइंट डिटेल
वडोदरा गुजरात में पिकनिक मनाने गए स्टूडेंट्स से भरी नाव पलटने के कारण बच्चों सहित 14 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे से कई घरों में मातम पसर गया है। वहीं पुलिस ने 18 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
subodh kumar | Published : Jan 19, 2024 8:25 AM IST / Updated: Jan 19 2024, 02:38 PM IST
वडोदरा. गुजरात के वडोदरा शहर में स्थित हरणी झील में गुरुवार को पिकनिक मनाने गए एक प्राइवेट स्कूल के बच्चों से भरी नाव पलटने के कारण हादसा हो गया है। जिसमें 12 बच्चों सहित दो महिला शिक्षकों की मौत हो गई है। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। क्योंकि इस घटना से एक ही दिन में कई घरों में मातम पसर गया है।
पाइंट टू पाइंट जानिये पूरा बोट हादसा…………..
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न्यू सनराइज स्कूल के बच्चे टीचर्स के साथ पिकनिक मनाने गए थे।
गुरुवार दोपहर को वे शिक्षकों के साथ हरणी झील पहुंचे थे।
झील में नाव की सवारी करने के लिए टीचर्स के साथ बच्चे एक बोट में सवार हुए।
बोट की क्षमता 14 से 16 लोगों की थी। लेकिन इसके बावजूद बोट में 27 से अधिक लोग बैठा लिये थे।
बोट में क्षमता से अधिक भार होने के कारण वह पलट गई।
बोट पलटने के कारण पानी में डूबने से 12 बच्चों और 2 महिला शिक्षकों की मौत हो गई।
जानकारी मिलते ही तुरंत रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया।
बोट में 27 बच्चे और चार शिक्षक मिलाकर कुल 31 लोग बैठे थे।
घटना के तुरंत बाद गोताखोर पानी में कूदे और बच्चों व टीचर्स को बचाने में जुट गए।
बच्चों को नाव में तो बिठा दिया था लेकिन उन्हें लाइफ जैकेट नहीं पहनाई थी।
राहत दल द्वारा करीब 15 बच्चों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया है। हालांकि इनमें से कुछ का इलाज अस्पताल में चल रहा है। कुछ की स्थिति गंभीर भी बताई जा रही है।
जानकारी मिलते ही मौके पर कलेक्टर एबी गोर और पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत पहुंचे।
प्राथमिक तौर पर इस हादसे में नगर निगम की लापरवाही सामने आ रही है। क्योंकि झील में नावों का संचालन नगर निगम द्वारा ही करवाया जाता है।
पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस और प्रशासन की टीम द्वारा मृतक बच्चों और टीचर्स के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा जा रहा है।
जैसे जैसे शव परिजनों के पास पहुंच रहे हैं। घरवालों का रो रोकर बुरा हाल हो रहा है।
इस घटना में सकीना शेख, मुहम्मद शेख, आयत मंसूरी, अयान मोहम्मद, रेहान खलीफा, निज़ाम, जुहबिया, सूबेदार, आयशा खलीफा, नैनसी, हतवी शाह, रोशनी सुर्वे स्टूडेंट सहित महिला टीचर छाया पटेल और फाल्गुनी सुरति की पानी में डूबने से मौत हुई है।
बताया जा रहा है कि हादसा बोट में क्षमता से अधिक बच्चे बिठाने और उसके बाद बैलेंस बिगड़ने के कारण हुआ है।
बोट में सवार बच्चे सेल्फी और फोटो लेने में लग गए थे, जिसके कारण एक तरफ भार अधिक होने से नाव पलट गई।
बोट हादसे में जिन लोगों को बचा लिया गया है। उनका इलाज वडोदरा के जाहन्वी अस्पताल में चल रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृहमंत्री हर्ष संघवी भी मौके के बाद अस्पताल पहुंचे और बच्चों व टीचर्स से मिलकर उनका हाल जाना।
जिला शिक्षा अधिकारी राकेश व्यास ने कहा कि स्कूल द्वारा बच्चों को घूमाने ले जाने की कोई परमिशन नहीं ली गई थी।
सीएम ने मृतक के परिजनों को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
पीएम मोदी ने इस हादसे में मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों के परिजनों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाकर रिपोर्ट 10 दिन में सौंपने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि दोषियों को बिल्कुल माफ नहीं किया जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।