पिता-बेटों ने दुष्कर्म और हत्या के आरोप में लड़की के प्रेमी को फंसाया, सच का खुलासा हुआ तो उड़ गए सबके होश

बेटी वीडियो कॉल पर अपने दोस्त से बात कर रही थी। घर वालों की नजर पड़ गई। पिता और भाइयों ने मिलकर लड़की को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। खुद को कानून के शिकंज से बचाने के लिए आरोपियों ने एक बड़ा दांव चला।

Rajkumar Upadhyay | Published : Feb 20, 2023 2:54 PM IST

चाईबासा। बेटी वीडियो कॉल पर अपने दोस्त से बात कर रही थी। घर वालों की नजर पड़ गई। पिता और भाइयों ने मिलकर लड़की को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। खुद को कानून के शिकंज से बचाने के लिए आरोपियों ने एक बड़ा दांव चला। बेटी की लाश को कुएं में फेंक दिया और थाने में प्रेमी के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का मुकदमा दर्ज कराकर निश्चिंत हो गएं। जांच के दौरान सच का खुलासा हुआ तो सबके होश उड़ गए।

क्या है मामला?

पुलिस के मुताबिक, चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पोटका निवासी मो. मुस्तफा ने 10 फरवरी को थाने में शिकायत दर्ज करायी कि नौ फरवरी की रात में उनकी 20 साल की बेटी सादिया कौशर घर से गुम हो गयी है। उन्होंने प्रेमी पर दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया और पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाने लगे।

घर के बरामदे में मिला फोन

पुलिस ने जांच शुरु की, सादिया कौशर का मोबाइल फोन ट्रेस किया गया तो वह मो. मुस्तफा के घर के बरामदे से बरामद हुआ। घटना के तीन दिन बाद 13 फरवरी को घर के पास ही एक कुएं में लड़की का शव भी पाया गया।

पिटाई के दौरान हो गई बेहोश

पु​लिसिया जांच में जब यह भी सामने आया कि वीडियो कॉल पर सादिया की किसी से बात हो रही थी। यह सुनकर घर के लोग नाराज हो गए और मो. मुस्तफा ने अपने बेटों के साथ मिलकर बेटी की पिटाई की। इसी दरम्यान उसके सिर पर चोट लग गई और वह बेहोश हो गई।

यह जानकर लोगों के उड़ गए होश

सादिया को मृत समझकर मो. मुस्तफा, उनके बेटों मो. बकाश और मो. शाद ने उसके शरीर को ईंट से बांधकर कुएं में फेंक दिया। उस समय सादिया बेहोश थी। कुएं में डूबने से उसकी मौत हो गयी। अपराधियों ने पुलिस की पूछताछ में यह जुर्म कबूल किया। पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया है।

कानून को चकमा देने के लिए चली यह चाल

सादिया की हत्या के बाद बाप बेटे पुलिस पर लगातार प्रेमी को गिरफ्तार करने का दबाव बनाने लगे। जिससे हत्या का आरोपी प्रेमी को बनाया जा सके। बाप और बेटे अपनी दुकान पर वापस काम करने भी जाने लगे और सुबह शाम चक्रधरपुर थाने में पहुंचकर जांच का अपडेट भी लेते थे। पोस्टमार्टम के समय भी वह लोग यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि दुष्कर्म की पुष्टि हुई या नहीं। पर जांच में सच सामने आ गया।

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