Published : Jul 29, 2025, 11:02 AM ISTUpdated : Jul 29, 2025, 11:34 AM IST
Kawad Yatra Accident Jharkhand: एक पल की झपकी, और उजड़ गई 18 जिंदगियां! बाबा बैद्यनाथ के दर्शन कर लौट रहे कांवड़ियों की बस जब गैस सिलेंडर भरे ट्रक से टकराई, तब सावन का पुण्य पर्व बन गया मातम का मंजर…10 तस्वीरों में देखिए भीषण हादसे का सच।
सावन के महीने में जहां पूरा देश भगवान शिव की भक्ति में लीन है, वहीं झारखंड के देवघर में हुआ हादसा इस पुण्य अवसर को एक मातमी मंजर में बदल गया। बाबा बैद्यनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे कांवड़ियों से भरी बस अचानक एक गैस सिलेंडर से लदे ट्रक से जा टकराई। हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 23 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
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कैसे हुई यह भयावह टक्कर?
मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे देवघर के मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास यह हादसा हुआ। बस बासुकीनाथ की ओर जा रही थी, तभी नवापुर के पास ड्राइवर को झपकी आ गई। बस ने सीधा ट्रक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बस लगभग 500 मीटर तक बेकाबू होकर दौड़ती रही और अंत में सड़क किनारे रखी ईंटों से टकरा गई।
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कांवड़ यात्रा से लौटते श्रद्धालु कैसे फंस गए?
बस में सवार सभी कांवड़िए बाबा बैद्यनाथ मंदिर से पूजा-अर्चना कर लौट रहे थे। किसी को भी अंदेशा नहीं था कि यह यात्रा उनके जीवन की अंतिम यात्रा बन जाएगी। टक्कर के बाद चीख-पुकार मच गई। कुछ श्रद्धालु मौके पर ही दम तोड़ चुके थे, जबकि अन्य गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाए गए।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ड्राइवर को झपकी आ गई थी। लगातार यात्रा के कारण उसकी थकावट ने ही यह बड़ा हादसा करा दिया। पुलिस अधिकारी प्रियरंजन और SDM रवि कुमार ने बताया कि चालक की मौके पर ही मौत हो गई थी।
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क्या प्रशासन ने किया तुरंत रेस्पॉन्स?
हां, पुलिस, स्थानीय प्रशासन और डॉक्टरों की टीम ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। सभी घायलों को देवघर सदर अस्पताल भेजा गया और उच्च स्तरीय मेडिकल सुविधा दी जा रही है।
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बस के परखच्चे और बिखरे अरमान!
टक्कर इतनी भयानक थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। घटनास्थल ऐसा था कि देखने वालों की भी रूह कांप गई। क्या सड़क सुरक्षा सिर्फ कागजों में है? 10 मिनट की चूक ने तबाह कर दिया सब कुछ।
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CCTV से मिले सुराग या बढ़े सवाल?
घटनास्थल के पास लगे कैमरों में कैद हुआ हादसे का क्षण। लेकिन ट्रक की गति और बस का नियंत्रण दोनों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या दुर्घटना से पहले चेतावनी का कोई संकेत मिला?
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चश्मदीद बोले-“बस में चीखें गूंज रही थीं…”
रामानुज यादव, जो घटनास्थल के पास थे, ने बताया "लोगों की चीखें अब भी कानों में गूंज रही हैं।" ‘बस में लगभग सभी लोग पूजा करके लौट रहे थे। ड्राइवर को शायद नींद आ गई थी, तभी ये सब हुआ।
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23 घायल, कई की हालत गंभीर-कौन है जिम्मेदार?
हादसे के कुछ ही मिनट बाद आसपास के गांवों से लोग दौड़ पड़े। जंगल और खाई में घायलों की चीख-पुकार हर ओर गूंज रही थी। मोबाइल टॉर्च की रोशनी में शवों और घायलों को निकाला गया। इतने बड़े हादसे के बाद भी एंबुलेंस 40 मिनट लेट पहुंची। उसके बाद सभी 23 घायलों को अस्पताल भेजा जा सका।
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प्रशासन अलर्ट पर, जांच में जुटी पुलिस
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। ड्राइवर की लापरवाही की जांच की जा रही है। स्थानीय विधायक ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। घटना के बाद राहत कार्य रातभर जारी रहा। अस्पतालों में अतिरिक्त डॉक्टर तैनात किए गए। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है और रूट पर वाहनों की जांच तेज कर दी गई है।