
रांची. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के जिस मंत्री आलमगीर आलम के पीएस के नौकर के घझर से 32 करोड़ कैश पकड़ा था, अब उसमें कई खुलासे हो रहे हैं। हलांकि मामले में मिनिस्टर के निज सचिव संजीव लाल के कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। हैरान की बात यह है कि जहांगीर नौकर जिस फ्लैट में आता था उसमें वो बनियान में ही घूमता था। लेकिन सवाल तो यही है कि आखिर इस साधारण से युवक के पास करोड़ों रुपए खाजान कैसे मिला। यह रुपया आखिर किसका है।
पुरानी स्कूटर से आता और बोरी में भर ले जाता था नोट
दरअसल, करोड़ों का खजाना रखे आरोपी जहांगीर दिनभर गंजी और ट्राउजर पर ही घूमता रहता था। किसी को नहीं लगता था कि उसके पास इतना पैसा है। इतना ही नहीं वो एक पुरानी स्कूटी से आता जाता था। किसी को शक नहीं हो इसलिए कार से कभी नहीं आता था। वह नहीं चाहता था कि कोई यह जान सके कि उसके पास इतना पैसा है। लोगों ने बताया कि शाहजहां एक 2बीएचके फ्लैट में किराए से रहता था। वो आते जाते समय ना किसी से नमस्कार करता और ना ही कोई दुआ-सलाम करता। वो सप्ताह में एक बार ही आता था, लेकिन अपने साथ एक खाली बोरा लाता था और सुबह उसको भरकर ले जाता था। उसमें इन पैसों को ले जाता था।
क्या इस खजाने से मंत्री आलमगीर आलम का है कनेक्शन
वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस विधायक और ग्रामीण मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे आलमगीर आलम का कहना है कि इस केस से उनका कोई लेना देना नहीं है। निज सचिव के नौकर के पास यह पैसा कैसे आया, कौन इसका मालिक मुझे कुछ नहीं पता है। हालांकि इस मामले में मंत्री के विभाग के इंजीनियर वीरेंद्र राम को पिछले महीने गिरफ्तार किया जा चुका है। जिसके बाद से ही मंत्री पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं।
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