सावधान हो जाइए! यदि आपका बच्चा बाइक चलाता है, तो यह खबर आपके लिए है। ऐसे बच्चों की जांच होगी जो बाइक से स्कूल जाते हैं। यदि वह बच्चे तेज ड्राइविंग करते हैं या साइलेंसर मॉडिफाई कर बाइक चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो…
जमशेदपुर। सावधान हो जाइए! यदि आपका बच्चा बाइक चलाता है, तो यह खबर आपके लिए है। ऐसे बच्चों की जांच होगी जो बाइक से स्कूल जाते हैं। यदि वह बच्चे तेज ड्राइविंग करते हैं या साइलेंसर मॉडिफाई कर बाइक चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो प्रशासन ऐसे बच्चों के मॉं-पिता पर कड़ी कार्रवाई करेगा। पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन की टीम ऐसे बाइक की जांच करेगी। एसडीओ पीयूष सिन्हा की अगुवाई में सड़क सुरक्षा समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
बाइक से स्कूल जाने वाले बच्चों की होगी जांच
रिपोर्ट्स के अनुसार, पीयूष सिन्हा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बाइक से स्कूल जाने वाले बच्चों की जांच की जाएगी। यदि कोई बच्चा तेज गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाता है तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बहुत से लोग बाइक लेकर भागने लगते हैं तो ऐसी गाड़ियों के नम्बर नोट किए जाएंगे और उनके घर पर आनलाइन चालान भेजा जाएगा। बसों की फिटनेस भी चेक की जाएगी। सड़क सुरक्षा हेतु लोगों को जागरुक भी किया जाएगा।
बढ़ रहे सड़क हादसों को देखते हुए बुलाई गई थी बैठक
शहर में बढ़ते हादसों को देखते हुए कई जगहों पर ब्रेकर लगाने का भी फैसला लिया गया है। ट्रैफिक नियमों में भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। शहर में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए यह बैठक बुलाई गई थी। आंकड़ों के अनुसार, इस महीने पूर्वी सिंहभूम में 20 सड़क हादसे हुए। इसमें नौ लोगों की जान चली गई और 12 लोग जख्मी हुए। नए मोटर वाहन अधिनियम के नियमों की बात की जाए तो यदि कोई नाबालिग बाइक या कार चलाते हुए पकड़ा जाता है तो कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है। तीन साल की कैद हो सकती है या 25 हजार जुर्माना ठोका जा सकता है या फिर दोनों सजाएं एक साथ हो सकती हैं।