झारखंड चुनाव 2024 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस और RJD के साथ गठबंधन में सत्ता बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। जानिए उनकी जीवन यात्रा और राजनीतिक सफर।
Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में चुनावी माहौल गर्म हो चुका है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन करके सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। यह चुनाव राज्य के लिए एक कठिन और घटनापूर्ण वर्ष के अंत की शुरुआत है। हेमंत सोरेन को जनवरी में कथित भूमि धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जो मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित था। जून में रिहा होने के बाद उनके स्थान पर मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन को पद छोड़ने के लिए कहा गया, जिससे राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई और चंपई सोरेन भाजपा की ओर चले गए।
CM हेमंत सोरेन की जेल यात्रा को चुनाव में भुनाने की तैयारी में महागठबंधन
राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन CM हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को मोदी सरकार और भाजपा के “आदिवासी विरोधी” रवैये के सबूत के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है और यह बयानबाजी उनके अभियान का अभिन्न हिस्सा बनती जा रही है।
1. CM सोरेन की उम्र कितनी है?
यहां हम 49 वर्षीय हेमंत सोरेन के जीवन और राजनीतिक यात्रा पर एक नज़र डालता है, जो राज्यसभा सांसद और झारखंड के पूर्व CM शिबू सोरेन के बेटे हैं और जिन्हें अक्सर एक रिलक्टेंट पॉलिटीशयन रूप में वर्णित किया जाता है।
2. हेमंत सोरेन ने कितनी की है पढ़ाई?
हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को हजारीबाग के पास नेमरा गांव में हुआ था। वे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बेटे हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना हाई स्कूल से पूरी की और फिर रांची के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मेसरा में दाखिला लिया, हालांकि उन्होंने पढ़ाई अधूरी छोड़ दी।
3. हेमंत सोरेन का राजनैतिक सफर
राजनीति में अपनी पहचान बनाने से पहले हेमंत सोरेन ने 2009 से 2010 तक राज्यसभा सांसद के रूप में कार्य किया। 2013 में वे कांग्रेस और राजद के समर्थन से झारखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। हालांकि 2014 के चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
4. पिता शीबू सोरेन के नक्शे कदम पर चल रहे हेमंत सोरेन
हाल के वर्षों में सोरेन ने अपनी छवि में बदलाव लाया है। उन्होंने अपने पिता शिबू सोरेन के समान एक लंबी दाढ़ी रखी है और कुर्ता-पायजामा के साथ गले में गमछा पहनना शुरू किया है। इस बदलाव को उनकी जनता के बीच लोकप्रियता बढ़ाने की एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
5. हेमंत सोरेन ने क्यो बदली अपनी छवि?
इस बदलाव को शिबू सोरेन के “प्रतिबिंब” के रूप में खुद को पेश करने के एक जानबूझकर किए गए प्रयास के रूप में देखा जाता है, जो राज्य के निर्माण के लिए अपने प्रयासों के लिए झारखंड के आदिवासियों के बीच एक बेहद सम्मानित व्यक्ति हैं। झारखंड में 81 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे, जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
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