इस नवजात की मार्मिक कहानी सुनकर आप भी भावुक हो जाएंगे। नवजात जब अपनी मॉं के पेट में थी तो मॉं ने उससे छुटकारा पाने के लिए अबार्शन की राह चुनी। अस्पताल पहुंची, बातचीत भी तय हो गई। पर ऐन वक्त पर अस्पताल के…
रांची। इस नवजात की मार्मिक कहानी सुनकर आप भी भावुक हो जाएंगे। नवजात जब अपनी मॉं के पेट में थी तो मॉं ने उससे छुटकारा पाने के लिए अबार्शन की राह चुनी। अस्पताल पहुंची, बातचीत भी तय हो गई। पर ऐन वक्त पर अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे पैदा कर बेचने के एवज में रुपयों का लालच दिया। कलियुगी मॉं को स्वास्थ्य कर्मचारियों का आफर भा गया। वह भी बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार हो गई। आनन फानन में बच्चे के खरीददारों से डील भी हो गई।
झारखंड के चतरा सदर अस्पताल में मॉं ने समय से बच्चे को जन्म दिया और आठ घंटे बाद ही बच्चे को एक लाख रुपये में एक दंपत्ति को बेच दिया। उस दंपत्ति को बेटी की दरकार थी। उनके पास पैसे थे। उन्होंने बच्चा खरीदने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों से डील की थी।
मॉं को एक लाख दिए, 4.50 लाख में हुई थी डील
जब नवजात गर्भ में थी। तभी बच्चे की मॉं उससे छुटकारा पाने के लिए अस्पताल आई थी। वह अबार्शन कराना चाहती थी। अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे पैसे का लालच देकर लुभा लिया। दलाल के मार्फत बच्चे के खरीद फरोख्त का सौदा हुआ। बच्चा खरीदने वालों से 4.50 लाख रुपये तय किए गए और बच्चा बेचने के बाद मॉं को एक लाख रुपये दिए गए। बाकि पैसे दलाल हजम कर गए। बच्चा खरीदने वाले दंपत्ति बड़कागांव निवासी हैं।
ऐसे खुली पोल
तीन दिन बाद बच्चा बेचे जाने की सूचना डीसी अबु इमरान को मिली। उन्होंने यह सूचना एसपी चतरा से साझा की। फिर बच्चा खरीदने और बेचने वाले रैकेट के पर्दाफाश के लिए एसपी ने विशेष टीम का गठन किया। टीम ने छापेमारी कर बोकारो से बच्चा सकुशल बरामद कर लिया और इस रैकेट में शामिल 11 लोगों को अरेस्ट किया। इस प्रकरण में सदर अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ मनीष पाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने अरेस्ट किए गए आरोपियों के पास से मोबाइल और 1.64 लाख रुपये कैश बरामद किया है।
बच्चे की खरीद फरोख्त में ये थे शामिल
बच्चे की खरीद फरोख्त के रैकेट में चतरा निवासी डिम्पल देवी, मालती देवी, आशा देवी, रामानंद कुमार और बोकारो के आनन्द प्रकाश, चंदन कुमार, सरोज कुमार, रजनीकांत साव शामिल हैं। इसके अलावा हजारीबाग के उपेंद्र कुमार और रीना देवी के अलावा रामगढ़ के सारू देवी भी डील में शामिल थे।