झारखंड में नक्सलियों की सुरक्षा बलों के बीच हुआ एनकाउंटर, माओवादी का नेता हुआ ढेर, सर्च ऑपरेशन हुआ जारी

झारखंड की राजधानी रांची की ठाकुरगांव में सोमवार की देर रात माओवादी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। दोनो के बीच हुए एनकाउंटर में पीएलएफ आई का एरिया कमांडर मारा गया है। कल रात के बाद आज यानि मंगलवार की सुबह से सर्च ऑपरेशन जारी है।

Contributor Asianet | Published : Jan 24, 2023 9:44 AM IST

रांची (ranchi). नक्सलवाद की समस्या से जूझ रहे झारखंड प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल नक्सलवाद को खत्म करने की कोशिश में लगे सुरक्षा बलों को सोमवार की देर रात बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां भाकपा से अलग हुए पीएलएफआई के एरिया कमांडर को सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में मार गिराया है। उसकी पहचान विशाल साहू के रूप में हुई। सोमवार की देर रात हुए इस एनकांउटर के बाद रात से अभी तक इलाके में सर्च ऑपेशन जारी है। मुठभेड़ जिले के ठाकुर गांव में हुई।

चार इलाकों में था आतंक, एनकाउंटर में हुआ ढेर

एनकाउंटर के बारे में जानकारी देते हुए रांची के पुलिस एएसपी ने बताया कि हमें इनफॉर्मर ने से जानकारी मिली पीएलएफआई का कमांडर विशाल अपने गुट के अन्य लोगों के साथ रांची के ठाकुरगांव के इलाके में देखा गया है। इसके साथ ही वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। इस सूचना के मिलने के बाद एएसपी ने इलाके के ग्रामीण पुलिस व सुरक्षाबलों की टीम को तुरंत कार्रवाही करने के लिए भेजा। वहां पर पहुंची पुलिस व सेना की जगुआर टीम ने माओवादियों पर हमला कर दिया। दोनों के बीच हुई मुठभेड़ में एरिया कमांडर विशाल साहू मारा गया। वहीं पीएलएफआई के अन्य सदस्य रात और अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए। हालांकि उनके कुछ साथियों के घायल होने की खबर है।

रात भर से जारी है सर्चिंग ऑपरेशन

मुठभेड़ की घटना सोमवार देर रात 11:30 बजे घटी। गोलीबारी शांत होने के बाद पुलिस ने सर्चिंग अभियान जारी किया। जिसमें पुलिस को एरिया कमांडर की बॉडी के साथ कुछ हथियार और ग्रेनेड बरामद हुए है। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि एरिया कमांडर का रांची के साथ गुमला, लोहरदगा और सिमडेगा जिले में उसकी एक्टिविटी थी। पुलिस का अन्य आरोपियों की तलाश के लिए रात भर से सर्चिंग ऑपरेशन जारी है।

नक्सल प्रभावित झारखंड में पीएलएफआई और भापका के नक्सलियों द्वारा अमीर लोगों, बिजनेसमैन और अन्य लोगों से रंगदारी, लेवी लेने की घटनाएं होती रहती है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों की सर्चिंग रोकने के लिए इनके द्वारा आईईडी का भरपूर उपयोग किया जाता है। हालांकि इस बार सटीक इनपुट मिलने पर सुरक्षाबलों ने एरिया कमांडर को मारने में सफलता हासिल की है।

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