सार
बिहार पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। यहां तीन साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हार्डकोर महिला नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुछ दिनों पूर्व पुलिस और नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में इस महिला नक्सली ने पुलिस से घंटों तक मुकाबला किया था।
लखीसराय(Bihar). बिहार पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। यहां तीन साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हार्डकोर महिला नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुछ दिनों पूर्व पुलिस और नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में इस महिला नक्सली ने पुलिस से घंटों तक मुकाबला किया था। उस समय पुलिस इसे गिरफ्तार करने में नाकामयाब रही थी। गिरफ्तार की गई हार्डकोर नक्सली दुखनी 19 अगस्त 2019 को चानन के मननपुर मे हुए दोहरे हत्याकांड एवं 14 नवंबर 2019 को पीरीबाजार के मनियारा जंगल मे हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ मामले में नामजद थी। गिरफ्तार नक्सली दुखनी नक्सली कमांडर अरविंद यादव की सहयोगी है और कई नक्सली मामले मे अहम भूमिका निभा चुकी है।
एसपी पंकज कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सली दुखनी श्रीकिशुन कोड़ासी में मौजूद है। इसी सूचना पर एएसपी अभियान मोतीलाल के नेतृत्व मे एसटीएफ, एसएसबी और जिला पुलिस के द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया। तभी पुलिस ने दुखनी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सली कई सालों से नक्सली संगठन मे जुड़ी है और बड़ी वारदात को अंजाम दे चुकी है। इसकी गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है।
जबरदस्ती नक्सल संगठन में किया गया था शामिल
पुलिस गिरफ्त मे आई दुखनी बताती है कि जबर्दस्ती एवं बहला फुसलाकर उसे नक्सली संगठन में शामिल किया गया था। अब वह संगठन छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे लौटना चाह रही है। लेकिन नक्सली संगठन की तरफ से परिवारवालों को धमकी दी जा रही है। दुखनी बताती है आज भी काफी संख्या में महिलाएं, युवती और युवक संगठन में शामिल हैं और संगठन विस्तार को लेकर लगातार पहाड़ी इलाके के युवक-युवतियों को बहला-फुसलाकर संगठन में शामिल करवाया जा रहा है।
कई अन्य इलाकों में भी चलाया जा रहा सर्च ऑपरेशन
हार्डकोर महिला नक्सली की गिरफ्तारी के बाद से पुलिस टीम के हौसले बुलंद है। पुलिस टीम लगातार नक्सल प्रभावित इलाओं में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसमें पुलिस की स्पेशल टीम के साथ ही एसएसबी और एसटीएफ भी शामिल है। अत्याधुनिक हथियारों से लैश ये पुलिसकर्मी किसी ही विषम परिस्थिति से निबटने के लिए तैयार हैं। नक्सल प्रभावित जंगली इलाके के आलावा रिहायशी इलाके में भी इनकी खोज की जा रही है। नक्सल प्रभावित इलाके चानन, पीरी बाजार, कजरा के पहाड़ी इलाकों में भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और नक्सलियों की गिरफ्तारी की जा रही है।