दुमका न्यूज: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर अपने द्वारा पेश बजट में झारखंड की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। हेमंत सोरेन रविवार देर रात दुमका के ऐतिहासिक गांधी मैदान में झामुमो के 46वें झारखंड दिवस को संबोधित कर रहे थे।
हेमंत सोरेन ने केंद्रीय बजट पर चर्चा करते हुए राज्य की जनता से अपने हक और अधिकार पाने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों पर बराबर नजर रखनी चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले पिछड़े राज्य झारखंड की अनदेखी की है। जबकि पिछड़े राज्यों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में सबसे ज्यादा कोयला और अन्य खनिज संपदा झारखंड में 42 प्रतिशत है। यहां की खनिज संपदा से मिलने वाले राजस्व से केंद्र सरकार का खजाना भरा हुआ है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सामंती सोच वाली केंद्र सरकार ने झारखंड को पिछड़े राज्य की श्रेणी में रखने का बीड़ा उठा रखा है। जिसके कारण झारखंड के आदिवासी मूलवासी अपने पैरों पर खड़े नहीं हो सके। इसके लिए हमें संघर्ष करना होगा। इससे स्पष्ट है कि केंद्र सरकार का यह नया बजट पिछड़े राज्य झारखंड के लिए फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने वाला है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि महंगाई तेजी से बढ़ रही है। जीएसटी में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। यहां तक कि मनरेगा जैसी योजनाओं के साथ अनाज में भी कटौती की गई है। इसके बावजूद झारखंड सरकार अपने संसाधनों से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और राज्य की महिलाओं और आम लोगों की समस्याओं के समाधान में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में पहली बार झारखंड अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में चौथे स्थान पर पहुंचने में सफल हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में आदिवासियों की आबादी घटकर महज 26 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि असम समेत कई राज्यों में आदिवासी रहते हैं, लेकिन उन राज्यों में उन्हें उनका वाजिब हक नहीं मिल रहा है। उन्होंने राज्य की जनता से अपने हक और अधिकार पाने के लिए हमेशा तत्पर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि झामुमो सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन गुरु के नेतृत्व में झामुमो ने शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ी और राज्य को अपने कब्जे में लिया। राज्य सरकार उनके सपनों के अनुरूप झारखंड की जनता की आकांक्षाओं को साकार करने में लगी हुई है।
इसके पहले बसंत सोरेन के नेतृत्व में संथाल परगना महाविद्यालय मैदान से विशाल जुलूस निकाला गया और शहर के बड़ा गांधी स्थित अमर शहीद सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस जुलूस में सांसद विजय हांसदा और विधायक हेमलाल मुर्मू, आलोक सोरेन, लुइस मरांडी और जिला अध्यक्ष शिव कुमार बास्की मौजूद थे। जुलूस में शामिल बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर शहर के मुख्य मार्गों पर प्रदर्शन किया, जो स्थानीय गांधी मैदान में विशाल रैली में तब्दील हो गया।
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ऐतिहासिक गांधी मैदान में देर रात तक चली रैली में शामिल पार्टी कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ 'शिबू सोरेन जिंदाबाद-शिबू सोरेन जिंदाबाद। हेमंत है तो हिम्मत है। झारखंड को वाजिब हक और अधिकार देना होगा-देना होगा' के जोरदार नारों के साथ संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। रैली में झामुमो सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन का मार्मिक ऑडियो संदेश चलाया गया।
रैली को झामुमो विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन, दुमका सांसद नलिन सोरेन, राजमहल सांसद विजय हांसदा, मंत्री सुदिव्य सोनू, हफीजुल अंसारी और सुदिव्य कुमार ने संबोधित किया। रैली को विधायक स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू, बसंत सोरेन, डॉ। लुईस मरांडी, आलोक सोरेन, मो। ताजुद्दीन, धनंजय सोरेन, उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह समेत पार्टी के कई प्रमुख नेताओं ने संबोधित किया।
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