Archana Tiwari Case: काली साड़ी और घूंघट का राज-नए CCTV में सामने आया अर्चना तिवारी का सच

Published : Aug 22, 2025, 09:34 AM IST
Archana Tiwari Missing Case

सार

Archana Tiwari Missing Truth: काली साड़ी में ढकी सच्चाई, इटारसी स्टेशन का फुटेज और नेपाल तक का सफर…क्या अर्चना तिवारी का गायब होना महज इत्तेफाक था या पहले से रची गई चाल? 500 CCTV और पुलिस जांच ने जो परतें खोलीं, उसने इस रहस्य को और गहरा कर दिया है।

Archana Tiwari Latest Police Report: अर्चना तिवारी मिसिंग केस (Archana Tiwari Missing Case) ने पूरे मध्य प्रदेश से लेकर नेपाल बॉर्डर तक सनसनी मचा दी। 29 वर्षीय अर्चना तिवारी, जो इंदौर में रहकर जज की तैयारी कर रही थीं, अचानक लापता हो गईं। परिवार को बताया कि वे राखी पर कटनी जा रही हैं, लेकिन वहां कभी पहुंचीं ही नहीं। अगले दिन उनका फोन बंद हो गया और कहानी यहीं से रहस्यमयी मोड़ ले लेती है। इसी बीच सामने आया अर्चना तिवारी का एक वीडियो (Archana Tiwari Black Saree Video), जिसमें वे इटारसी स्टेशन पर काली साड़ी और घूंघट में, अपने दोस्त तेजेंद्र का हाथ पकड़े प्लेटफॉर्म से बाहर निकलती दिखाई दीं। यही CCTV फुटेज इस पूरे राज़ की पहली गुत्थी साबित हुआ।

क्या यह वाकई अपहरण था या खुद की बनाई कहानी?

पुलिस जांच में सामने आया कि अर्चना ने गुमशुदगी की स्क्रिप्ट खुद लिखी थी। वकील होने के नाते उन्हें कानून और जांच की बारीकियां पता थीं। इटारसी स्टेशन पर मोबाइल फेंककर उन्होंने लोकेशन ट्रैकिंग से बचने की चाल चली। नतीजा-500 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगालने के बाद भी सुराग मुश्किल से मिला। 

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दोस्तों की मदद से रचा गया ड्रामा क्यों?

जांच में साफ हुआ कि अर्चना ने अपने दोस्तों सारांश और तेजेंद्र की मदद से यह प्लान बनाया। शुजालपुर से लेकर बुरहानपुर, हैदराबाद, जोधपुर और दिल्ली होते हुए अर्चना 14 अगस्त को नेपाल पहुंचीं। उन्होंने नया फोन और सिम भी मध्य प्रदेश से नहीं खरीदा ताकि ट्रैकिंग से बच सकें। यह सफर बताता है कि पूरी Marriage Escape Plan कितनी सोची-समझी थी।

नेपाल बॉर्डर तक पहुंची कहानी कैसे हुई उजागर?

इंदौर से दिल्ली और फिर नेपाल बॉर्डर तक का सफर अर्चना ने बेहद चालाकी से तय किया। किसी टोल प्लाजा या कैमरे की पकड़ में न आएं, इसके लिए उन्होंने लंबा रूट चुना। लेकिन पुलिस की 70 सदस्यीय टीम ने 12 दिनों की मेहनत, 500 CCTV फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर रहस्य सुलझा लिया। आखिरकार यूपी-नेपाल बॉर्डर से अर्चना बरामद हो गईं।

क्या शादी से बचने के लिए रची गई थी पूरी साजिश?

पूरे केस की तह तक जाने के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि यह अपहरण नहीं बल्कि शादी से बचने की कहानी थी। परिवार ने उनका रिश्ता एक पटवारी से तय कर दिया था, लेकिन अर्चना शादी के लिए तैयार नहीं थीं। यही वजह रही कि उन्होंने गुमशुदगी का ड्रामा रचा।

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