मध्यप्रदेश के एक टीचर ने कारण बताओ नोटिस का जवाब बड़ा बेतुका दिया है। टीचर की ऐसी मानसिकता को देखते हुए उन्हें तत्काल निलंबित भी कर दिया है।
सतना. विधानसभा चुनाव 2023 को पूर्ण कराने के लिए प्रदेश में शिक्षा विभाग से लेकर अन्य शासकीय विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी ठीक से करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है। इस ट्रेनिंग में जो कर्मचारी नहीं पहुंचता है। उसे सीधे कलेक्टर द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है।
मध्यप्रदेश के सतना जिले के शासकीय उमावि महुहर के टीचर अखिलेश कुमार तिवारी को 16 अक्टूबर को रामपुर बघेलान में प्रशिक्षण के लिए उपस्थित होना था। उनकी ड्यूटी मतदान अधिकारी 1 के रूप में लगाई गई थी। लेकिन वे प्रशिक्षण लेने के लिए नहीं पहुंचे। इस घोर लापरवाही के लिए उन्हें कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी सतना द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस का जबाव उन्होंने ऐसा दिया कि हर कोई टीचर की निंदा कर रहा है। इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
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टीचर अखिलेश कुमार ने ट्रेनिंग में नहीं पहुंचने के जवाब में लिखा- मेरी पूरी उम्र बिना बीवी के बीत रही है। पहले मेरी शादी करवाईए, दहेज 35 लाख रुपए लूंगा, रीवा में सिंगरोली टावर या समदडिया में एक फ्लेट लोन करवाईये, उन्होंने लिखा नौकरी लगने के बाद मेरा हाथ तोड़ दिया गया है। बैक बोन भी काम नहीं करती है। स्कूल में बच्चों की अंकसूची में कक्षा अध्यापक की जगह भी दूसरे शिक्षक से हस्ताक्षर करवा लिए जाते हैं। संविलियन के बाद भी एरियर का भुगतान नहीं हुआ है। मेरा सारा भौतिक सुख का सामान एक रिटायर इंजीनियर ने जब्त कर लिया है।