ISRO के मून मिशन की सफलता पर MP के इस जिले ने लिया अनोखा फैसला, चौराहे का नाम रखा चंद्रयान

इसरो के मून मिशन की सफलता के उपलक्ष्य में मध्य प्रदेश के धार जिले में एक अनोखा फैसला लिया गया है। जिले के भोज हॉस्पिटल चौराहा का नाम बदलकर चंद्रयान रखा गया है।

 

धार। मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफलता के साथ ही भारत चांद पर कदम रखने वाला चौथा देश बन गया है। मध्य प्रदेश के धार जिले में इस कामयाबी को हमेशा के लिए याद रखने के लिए अनोखा फैसला लिया गया है। यहां के भोज हॉस्पिटल चौराहा का नाम बदलकर चंद्रयान रखने का फैसला लिया गया है।

धार के कलेक्टर प्रियांक मिश्रा ने इसके लिए पहल की। उन्होंने बुधवार को धार के CMO (Chief Municipal Officer) को पत्र लिखकर कहा कि चंद्रयान-3 सफलता को देखते हुए शहर के एक चौराहे का नाम चंद्रयान रखा जाना चाहिए। पत्र में कहा गया, "आज भारत के चंद्रयान-3 ने चांद पर सफल लैंडिंग की है। हम सभी देशवासी इसरो को सलाम करते हैं। इस महान उपलब्धि को लोग हमेशा याद रखें इसके लिए धार शहर के एक चौराहे का नाम चंद्रयान रखा जाना चाहिए। इसके साथ ही चौराहे पर "चंद्रयान-3" का स्मृति चिन्ह भी स्थापित किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि धार नगर पालिका इस दिशा में तेजी से कदम उठाकर देश के सामने उदाहरण पेश करेगी।”

Latest Videos

भोज हॉस्पिटल के सामने है चंद्रयान चौराहा

कलेक्टर का पत्र मिलने के बाद नगर पालिका के CMO ने बैठक बुलाई। इसमें शहर के भोज हॉस्पिटल चौराहा का नाम बदलकर चंद्रयान रखने का फैसला लिया गया। इस संबंध में नगर पालिका सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने कहा, “चंद्रयान-3 की सफलता को यादगार बनाने के लिए कलेक्टर प्रियंका मिश्रा ने पत्र लिखकर शहर के किसी एक चौराहे का नाम चंद्रयान के नाम पर रखने को कहा है। इसपर विचार के बाद धार शहर में मांडव रोड पर स्थित भोज हॉस्पिटल के सामने वाले चौराहे का नाम चंद्रयान चौराहा रखा गया है।”

यह भी पढ़ें- Chandrayaan-3: क्या मिशन के बाद धरती पर लौटेगा चंद्रयान, जानें 14 दिन के बाद लैंडर-रोवर का क्या होगा?

बता दें कि बुधवार शाम को भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा भेजे गए चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की थी। विक्रम लैंडर के साथ भेजा गया प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर खोजबीन कर रहा है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश है।

यह भी पढ़ें- चंद्रयान-3 की सफलता से हजारों युवाओं और किशोरों के मन में स्पेस साइंटिस्ट बनने की ललक, जानिए कैसे होती है ISRO में भर्ती?

Share this article
click me!

Latest Videos

ट्रेनों में चढ़ना ही हुआ मुश्किल, देखें कैसा है पटना रेलवे स्टेशन का हाल
महाराष्ट्र में 'लव जिहाद' पर कानून! Maulana Shahabuddin Razvi को क्यों हो रहा है ऐतराज?
New Delhi Railway Station भगदड़ पर Swami Chidanand Saraswati बोले “दुर्घटनाएं कहां नहीं होती हैं…”
New Delhi Railway Station पर भगदड़ को लेकर Prashant Kishor ने Nitish Kumar पर क्यों साधा निशाना
क्या है Bharat Tex 2025 जिसमें शामिल हुए नरेंद्र मोदी? प्रदर्शनी दिखा रहे लोगों से की बातें