भोपाल में आर्थिक तंगी से परेशान एक पुलिसकर्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं, एसएएफ प्रधान आरक्षक की छत पर संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पुलिस ने दोनों मामलों की जांच शुरू कर दी है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में शुक्रवार को दो पुलिसकर्मियों की मौत ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया। पहला मामला भदभदा स्थित 25वीं बटालियन के एएसआई अनिल नागेराव का है, जिन्होंने आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दूसरा मामला एसएएफ प्रधान आरक्षक राम सिंह विष्ट का है, जिनका शव छत पर संदिग्ध अवस्था में पाया गया।
कमला नगर पुलिस के अनुसार 55 वर्षीय अनिल नागेराव स्टेट गैरेज में एएसआई के रूप में तैनात थे। शुक्रवार दोपहर जब वे घर में बने गैराज में गए, तो उनके बेटे ने उन्हें फंदे पर लटका हुआ पाया। परिजन तुरंत उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौके से मिले सुसाइड नोट में अनिल ने आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव का जिक्र किया है। जानकारी के मुताबिक उन पर कर्ज था, जिससे वे लंबे समय से परेशान थे। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
अरेरा हिल्स थाना क्षेत्र में एसएएफ प्रधान आरक्षक राम सिंह विष्ट का शव छत पर औंधे मुंह पड़ा मिला। 52 वर्षीय राम सिंह उज्जैन में पदस्थ थे और इन दिनों भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन की सुरक्षा ड्यूटी में थे।
शुक्रवार दोपहर कपड़े लेने के लिए छत पर गए राम सिंह को कुछ देर बाद उनका साथी वहां औंधे मुंह पड़ा हुआ मिला। साथी तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर गया, जहां डॉक्टरों ने हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। दोनों घटनाओं ने पुलिस विभाग में तनाव का माहौल बना दिया है। जहां एक ओर कर्ज से परेशान एएसआई ने खुदकुशी की, वहीं एसएएफ जवान की मौत को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।