इंदौर की चोइथराम हॉस्पिटल के डॉक्टर मनमोहन सोनी ने शहर के सी-21 मॉल में की चौथी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। मौत से पहले वह आइनॉक्स थियेटर गए थे, जैसे ही फिल्म शुरू हुई और उन्होंने छलांग लगा दी। बताया जाता है कि कदूने से पहले शॉपिंग भी की थी।
इंदौर. मध्य प्रदेश की राजधानी इंदौर में दो दिन पहले शहर के डॉक्टर मनमोहन सोनी ने शहर के C-21 मॉल की चौथी मंजिल (करीब 70 फीट) से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि पुलिस अभी तक उनकी सुसाइड करने की वजह का पता नहीं लगा सकी है। हालांकि पुलिस लगातार मामले की जांच में जुटी है। लेकिन जांच के दौरान सामने आया है कि डॉक्टर सुसाइड करने के इरादे से ही C-21 मॉल पहुंचे थे।
फिल्म शुरू होने का इंतजार किया और लगा दी छलांग
इंदौर में रिटायर्ड डॉक्टर मनमोहन सोनी ने C-21 मॉल की चौथी मंजिल (करीब 70 फीट) से कूद सुसाइड कर लिया था। वे सिर के बल नीचे गिरे थे। डॉ. मनमोहन सोनी सुसाइड केस में पुलिस दूसरे दिन भी कोई अहम जानकारी नहीं जुटा पाई है। अब ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि डॉक्टर सुसाइड करने के इरादे से ही C-21 मॉल पहुंचे थे। चौथी मंजिल पर आइनॉक्स थिएटर है। उन्होंने सुसाइड करने के लिए फिल्म शुरू होने का इंतजार किया। जैसे ही फिल्म शुरू हुई डॉक्टर ने छलांग लगा दी।
डॉ. सोनी एक अच्छे डॉक्टर के साथ एक अच्छे इंसान भी थे
बता दें कि डॉक्टर मनमोहन सोनी चोइथराम अस्पताल से रिटायर हुए थे। वह यहां पर न्यूकलियर मेडिसिन विभाग में पदस्थ थे। उनकी पत्नी नीलू सोनी भी डॉक्टर हैं और वे वर्तमान में विशेष जुपिटर अस्पताल में पदस्थ हैं। डॉ. नीलू सोनी भी इस हॉस्पिटल में गायनाकोलॉजिस्ट रही हैं। उनका सपना संगीता रोड पर क्लिनिक भी है। मृतक डॉक्टर के साथियों ने बताया कि डॉ. सोनी एक अच्छे डॉक्टर के साथ एक अच्छे इंसान भी थे। उनका नेचर गुड था। वह अक्सर मुस्कुराते रहते थे। वहीं मामले की जांच कर रहे विजय नगर थाने के प्रभारी रविंद सिंह गुर्जुर ने बताया कि वह पिछले कुछ समय से हड्डी की बीमारी से गंभीर रूप से ग्रसित थे और उसी के इलाज के लिए वह मुंबई में अपनी बेटी के वहां जाने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही उन्होंने यह कदम उठा लिया।
लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन वे नीचे कूद गए
वहीं सी-21 मॉल में मौजूद लोगों का कहना है कि यह दर्दनाक घटना 13 मार्च दोपहर करीब तीन बजे के आसपास की है। जब डॉक्टर सोनी ने देखते ही देखते मॉल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। मॉल में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया और लोग उन्हें बचाने के लिए भागने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सभी बचाओ-बचाओ चीख रहे थे और सभी ने उन्हें बचाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं बच सके। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मॉल के कर्मचारियों ने बताया आखों देखा हाल
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि जब इस घटना के संबंध में हमने मॉल के कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर सोनी सुसाइड करने से तीन घटे पहले पहुंचे थे। इस दौरान वह मॉल में ऊपर से नीचे और इधर-उधर करीब 3 घंटे तक घूमते रहे। इस दौरान उनके हाथ में कुछ भी नहीं था। जिस वक्त वह चौथी मंजिल से कूदे तो उस फ्लौर पर उनके अलावा और कोई नहीं था। जब दोपहर 3.15 बजे उन्होंने छलांग लगाई तब लाउंज के बाहर दो कर्मचारी (एक महिला) थे। जब तक वह चीखे तो तब तक डॉक्टर रैलिंग लांघ चुके थे। इस दौरान एक कर्मचारी ने पीछे से चिल्लाया। लेकिन वह नहीं रुके।