
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को इंदौर में आयोजित अखिल भारतीय बैठक में भारतीय न्याय व्यवस्था की महानता और सम्राट विक्रमादित्य के योगदान को याद किया। सीएम ने कहा कि न्याय के क्षेत्र में विक्रमादित्य का योगदान अद्वितीय था और उनके निर्णय आज भी मिसाल के तौर पर लिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय कानूनों में समयानुकूल बदलाव किए गए हैं, जो समाज और न्याय के हित में अत्यंत आवश्यक थे। उन्होंने बताया कि न्याय व्यवस्था में मन की पवित्रता और पंचों के निष्पक्ष निर्णय ही असली न्याय की पहचान हैं।
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डॉ. यादव ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कोलाहल नियंत्रण अधिनियम का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। साथ ही, खुले में मांस विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है और उसका सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
सीएम ने जोर देकर कहा कि कानून सभी के लिए समान है और उसके साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लव जिहाद को धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्ति की गरिमा के खिलाफ बताते हुए कहा कि प्रदेश में ऐसे अपराध करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. यादव ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि न्याय और कानून व्यवस्था में किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो। समाज के हर वर्ग को समान न्याय मिले और जनता का विश्वास रहे कि मध्यप्रदेश में कानून सर्वोपरि है।
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