मध्यप्रदेश के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। सीएम मोहन यादव ने कर्मचारियों के फायदे के लिए एक नई शुरुआत की है। जिससे वे सीधे लाखों रुपए का स्वास्थ लाभ पा सकेंगे। आईये जानते हैं क्या है ये योजना।
भोपाल. सीएम मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के कर्मचारियों को आयुष्मान योजना से जोड़ने की पहल की है। उनकी इस योजना से प्रदेश के करीब साढ़े छह लाख से अधिक कर्मचारियों को लाभ होगा। इस योजना के तहत किन कर्मचारियों को जोड़ा जाएगा और किस प्रकार से उन्हें लाभ मिलेगा आदि के लिए एक समिति का गठन भी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में किया गया है।
आयुष्मान योजना का लाभ
वैसे तो प्रदेश में लाखों लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है। लेकिन कई कर्मचारियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने उन कर्मचारियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की है। जिनकी सैलरी भी काफी कम होती है। ऐसे में उन्हें आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा तो निश्चित ही उन्हें स्वास्थ से संबंधित कोई समस्या होने पर पैसों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर आदि को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा। इसके संबंध में विस्तार से दिशा निर्देश जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।
ये है आयुष्मान भारत योजना
इस योजना के तहत पात्र हितग्राही को प्रदेश के चिन्हित अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ लाभ मिलता है। वे प्राइवेट अस्पतालों में जाकर इलाज करवा सकते हैं। उन्हें उस इलाज पर खर्च होने वाला पैसा नहीं देना पड़ता है। सिर्फ आयुष्मान कार्ड दिखाकर इलाज शुरू हो जाता है।
कमेटी में रहेंगे ये सदस्य
प्रदेश मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयुष्मान योजना से कर्मचारियों को जोड़ने के लिए 9 सदस्यों की समिति का गठन किया है। जिसमे मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग,अपर मुख्य सचिव वित्त विभाग, प्रमुख सचिव राजस्व विभाग, सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग और प्रबंध संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन आदि होंगे। जिनके द्वारा इस योजना में पात्रता से लेकर लाभ पहुंचाने तक के सभी दिशा निर्देश तय किये जाएंगे।
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सरकारी अस्पतालों में बन रहे कार्ड
आयुष्मान योजना के तहत अभी प्रदेश के चिन्हित सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं। इसी के साथ कई प्राइवेट सेंटरों पर भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने वाले सेंटर पर पहुंचकर आप अपना आधार नंबर देकर यह भी पता कर सकते हैं कि आपक आयुष्मान कार्ड बनेगा या नहीं। हो सकता है कि आप इस योजना के लिए पात्र हों। तो बिना किसी दिक्कत के आपका कार्ड बन जाएगा।
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