किर्गिस्तान में भारत के कई बच्चे फंसे हुए हैं। मंगलवार को मध्यप्रदेश के सीएम ने फोन लगाकर उनसे बात की, उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया कि वे फिक्र नहीं करें, उन्हें जल्द ही सुरक्षित वापस लाया जाएगा।
भोपाल. किर्गिस्तान में मध्यप्रदेश के करीब 1200 से अधिक स्टूडेंट फंसे हैं। उनमें से कुछ स्टूडेंट्स से एमपी सीएम मोहन यादव ने फोन पर बात की है। इस दौरान उन्होंने बताया कि यहां स्थानीय लोगों और विदेशियों के बीच झगड़े चल रहे हैं। सीएम ने स्टूडेंट्स को सुरक्षित लाने का आश्वासन दिया है। सीएम ने एमपी के रोहित पांचाल, रवि सराठे और विवेक शर्मा से चर्चा की है।
15 हजार से अधिक स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे
आपको बतादें कि किर्गिस्तान में भारत के करीब 15 हजार से अधिक स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे हैं। वहां पर स्थानीय और विदेशी लोगों के बीच चल रहे झगड़े के कारण दहशत फैली है। इस कारण भारतीय स्टूडेंट भी अपने आपको को फंसा हुआ मान रहे हैं। इस मामले में सीएम मोहन यादव ने चर्चा कर बताया कि हमने केंद्र से चर्चा की है। सभी बच्चे सुरक्षित है। सीएम ने कहा कि छात्रों को परीक्षा होने के बाद लाने का निर्णय लिया है। साथ ही संभावना व्यक्त की जा रही है कि जल्द ही स्थितियां भी सामान्य हो सकती है।
हॉस्टल में रह रहे छात्र
सीएम ने बताया कि एमपी सहित देश के अन्य प्रदेशों से किर्गिस्तान पहुंचे स्टूडेंट हॉस्टल में रह रहे हैं। उन्हें अभी किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। इसलिए स्टूडेंट को पढ़ाई जारी रखने के लिए कहा है। उनकी परीक्षा होते ही उन्हें वापस बुला लिया जाएगा। क्योंकि परीक्षा के बाद करीब ढाई माह की छुट्टी होती है।
अधिकतर मेडिकल के स्टूडेंट
बताया जा रहा है कि किर्गिस्तान पढ़ने गए अधिकतर छात्रों में मेडिकल स्टूडेंट है। वे पढ़ाई करने के लिए यहां से गए हैं। चूंकि वहां लड़ाईयां शुरू हो गई है। इस कारण फिलहाल वे दहशत में हैं। उनके घरवाले भी डरे सहमे हुए हैं। उन्हें चिंता है कि उनके बच्चे को कुछ हो नहीं जाए।
स्थानीय और मिस्र के स्टूडेंट के बीच झगड़ा
आपको बतादें कि किर्गिस्तान में छेड़छाड़ की घटना के चलते स्थानीय और मिस्र के स्टूडेंट के बीच झगड़ा हुआ था। जिसने जल्द ही विकराल रूप धारण कर लिया। क्योंकि स्थानीय लोगों ने विदेशी स्टूडेंट पर हमला बोल दिया था। इसी के चलते वे स्टूडेंट भी काफी परेशान हैं। जिनका इस लड़ाई से कुछ लेना देना नहीं है।