इंदौर के एक सरकारी स्कूल में टीचर ने चेकिंग के नाम पर छात्राओं के कपड़े उतरवाए। माता-पिता ने हंगामा किया और टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कराया। जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए।
इंदौर (मध्य प्रदेश). इंदौर से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी स्कूल की छात्राओं के चेकिंग के नाम पर कपड़े उतरवाए गए। जब इस मामले की जानकारी माता-पिता को पता चली तो उन्होंने स्कूल में जाकर जमकर हंगामा किया और टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है। अब यह मामला जिला शिक्षा अधिकारी तक पहुंच गया है। वहीं कलेक्टर ने भी इस पर एक्शन लिया है।
इंदौर कलेक्टर ने टीचर को किया लाइन अटैच
दरअसल, यह घटना शुक्रवार की बताई जा रही है। लेकिन इसमें पुलिस केस शनिवार सुबह हुआ। वहीं मामला ऊपर लेवल पर पहुंचा तो जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर ने जांच पड़ताल करने के बाद आरोपी टीचर को शिक्षा विभाग में लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही कलेक्टर आशीष सिंह ने पीड़ित बच्चियों के माता-पिता की शिकायत के बाद आरोपी के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं।
छात्राओं को बाथरूम में ले जाकर उतरवाए कपड़े
बताया जाता है कि मल्हारगंज थाने इलाके के सरकारी स्कूल में टेस्ट चल रहा था। इसी दौरान एक छात्रा के पास से मोबाइल की घंटी बजने की आवाज आई तो टीचर ने उसे तुरंत क्लास से बाहर बुलाया और उसकी चेकिंग की। इसके बाद उसी लाइन में बैठी 7 अन्य छात्राओं को बुलाया गया और उन्हें बॉथरूम में ले जाकर उनके कपड़े उतरवाकर तलाशी की गई। छात्राओं ने यह बात अपने परिवार को बताई तो परिवार के लोग स्कूल पहुंचे और हंगामा करने लगे। प्रिंसिपल से कहा-अगर किसी छात्रा के पास मोबाइल मिला था तो उसकी शिकायत प्रिंसिपल और पैरेंट्स से करना चाहिए। साथ जो नियम कानून है उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन इस तरह से लड़कियों के कपड़े उतरवाना ठीक नहीं है। यह हरकत टीचर की गंदी सोच को दर्शाता है। जो कि विध्या के मंदिर में ठीक नहीं है।
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