जयपुर में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक बॉडी पार्ट्स को पहुंचाने के लिए एंबुलेंस जेट की स्पीड से दौड़ी। एंबुलेंस ने 18 किलोमीटर की दूरी महज 16 मिनट में तय की। पुलिस ने एंबुलेंस के लिए खास ग्रीन कॉरिडोर बनाया था जिस कारण ये संभव हो सका।
जयपुर। जयपुर में ट्रैफिक पुलिस ने आज एक काबिल-ए-तारीफ काम किया। आज एक एंबुलेंस चालक को बॉडी के इंटरनल पार्ट्स एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के लिए पहुंचाने थे। ऐसे में आज ट्रैफिक पुलिस ने उसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनवा दिया।
ग्रीन कॉरिडोर बनने से जयपुर जैसे व्यस्त शहर में भी चालक ने अस्पताल तक की 18 किलोमीटर की दूरी महज 16 मिनट में पूरी कर ली। इस काम के लिए जयपुर पुलिस को राजस्थान पुलिस के सीनियर अफसरों ने शाबाशी दी। सोशल मीडिया पर भी जयपुर पुलिस को अपने इस काम के लिए बधाइयां मिल रही हैं।
पुलिस ने बनाया ग्रीन कॉरिडोर
दरअसल जयपुर में किडनी, लीवर और हार्ट को बड़े स्तर पर ट्रांसप्लांट किया जाता है। जयपुर के बड़े अस्पतालों में यह सुविधा उपलब्ध है। इस तरह से आज किडनी और लीवर का ट्रांसप्लांट करने के लिए पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाया।
एसएमएस अस्पतला से महात्मा गांधी अस्पताल ले जाने थे बॉडी पार्ट्स
दरअसल एक युवक की मौत कुछ समय पहले हो गई थी। उसका लीवर और किडनी डोनेट करने के लिए डॉक्टर ने परिवार को समझाया तो वे मान गए। युवक की किडनी और लीवर जयपुर के एसएमएस अस्पताल से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचानी थी। वहां पर किडनी और लीवर दो अलग-अलग मरीजों के ट्रांसप्लांट किया जाना था। आज दोपहर में ट्रैफिक पुलिस को महात्मा गांधी अस्पताल के डॉक्टर ने इसके लिए कहा तो पुलिस ने एंबुलेंस के लिए अलग से ग्रीन कॉरिडोर बना दिया।
सायरन बजाते हुए आगे दौड़ी पुलिस जीप
जयपुर शहर की आधे से ज्यादा ट्रैफिक पुलिस ने मिलकर एसएमएस अस्पताल से महात्मा गांधी अस्पताल तक सड़क को खाली करवाया। एंबुलेंस में किडनी और लीवर को मेडिकेटेड बॉक्स में रखा गया, उसके बाद एंबुलेंस के आगे और पीछे सायरन बजाती हुई पुलिस की जीपें दौड़ने लगी।
16 मिनट में एंबुलेंस ने तय किया 18 किमी सफर
पुलिस के इस प्रयास का यह असर हुआ कि एसएमएस अस्पताल से सिर्फ 16 मिनट में ही महात्मा गांधी अस्पताल किडनी और लीवर पहुंचा दिए गए। जबकि जिस रोड से किडनी और लीवर पहुंचाए गए वह जयपुर की सबसे व्यस्त रोड है। इसके अलावा दूसरी कोई रोड अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बनी ही नहीं है।
जयपुर ट्रेफिक डीपी प्रहलाद कृष्ण ने बताया कि पुलिस ने आज शानदार काम किया है। महात्मा गांधी अस्पताल के डॉक्टर ने लीवर और किडनी के लिए जो समय दिया था उससे भी कम समय में पुलिस ने दोनों अंग पहुंचवा दिए हैं। पुलिस टीम वास्तव में बधाई की पात्र है। किसी की जान बच जाए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।