मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले पोस्टर पॉलिटिक्स चरम पर पहुंच गई है। इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा-कांग्रेस ने अपनी चुनावी मशीनरी में बदलाव किया है। कर्नाटक की तर्ज पर यहां भी पोस्टर युद्ध छिड़ गया है।
भोपाल. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले पोस्टर पॉलिटिक्स चरम पर पहुंच गई है। इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा-कांग्रेस ने अपनी चुनावी मशीनरी में बदलाव किया है। कर्नाटक की तर्ज पर यहां भी पोस्टर युद्ध छिड़ गया है। ऐसे ही पोस्टर का लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कमिशनबाजी बताया गया है। इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कानूनी कार्रवाई कर दी है। वहीं, डिजिटल पेमेंट्स कंपनी PhonePe ने पोस्टरों में उसके लोगो के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: करप्शन पोस्टर पॉलिटिक्स और भाजपा-कांग्रेस बयान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पोस्टर सामने आने के बाद पॉलिटिकल कंट्रोवर्सी खड़ी हो गई है। दुकानों में लगे क्यूआर कोड जैसे पोस्टरों में शिवराज सिंह चौहान पर काम कराने के लिए कमीशन मांगने का आरोप लगाया गया है। पोस्टरों में PhonePe का ब्रांड नाम और लोगो भी दिखाया गया है।
पोस्टर की तस्वीरें स्टेट कांग्रेस यूनिट ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की हैं। इसमें लिखा गया-“50 प्रतिशत पाओ, फोन पर काम पूरा करो। मध्य प्रदेश के लोग जानते हैं, वे 50 प्रतिशत कमीशन लेने वालों को पहचानते हैं।"
मध्य प्रदेश में पोस्टरबाजी और PhonePe की आपत्ति
इन पोस्टरों को लेकर PhonePe ने आपत्ति जताई है। उसने tweet करते हुए कहा कि किसी तीसरे पक्ष, चाहे वह राजनीतिक हो या गैर-राजनीतिक द्वारा उसके ब्रांड लोगो के गलत तरीके से उपयोग पर आपत्ति है। हम किसी भी राजनीतिक अभियान या पार्टी से संबद्ध नहीं हैं। PhonePe लोगो हमारी कंपनी का एक रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है। PhonePe ने कहा कि वो विनम्रतापूर्वक @INCMP से ब्रांड और लोगो वाले पोस्टर हटाने का अनुरोध करती है।
मध्य प्रदेश में पोस्टर वार पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पोस्टर लगाने वालों पर एक्शन की बात कही है। उन्होंने कहा कि PhonePe की ओर से शिकायत आती है, तो सरकार कार्रवाई करेगी। इधर, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर में पोस्टर लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज में कैद होने पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। बता दें कि कर्नाटक चुनावों में भी कांग्रेस ने पिछले मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के खिलाफ ‘PayCM' पोस्टर कैम्पेन चलाया था।
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