छतरपुर जिले के नौगांव में लुटेरी दुल्हन ने सुहाग वाली रात में ही पति को नशे की दवा मिलाकर दूध पिलाया और 8 लाख के जेवरात व नकदी लेकर फरार हो गई। जानें ये इंटरेस्टिंग स्टोरी की वजह।
छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र में सुहागवाली रात ही एक दूल्हन अपने दूल्हे को सेज पर नशीला दूध पिलाकर चंपत हो गई। फरार होने से पहले वह सोने चांदी के जेवर एवं अन्य सामान जो तकरीबन आठ लाख के बताए जा रहे हैं भी अपने साथ ले गई है। दूसरी तरफ कमरे में अचेत मिला दूल्हा इस समय छतरपुर जिला अस्पताल में इलाजरत है। दूल्हन का कुछ पता नहीं है। अब ये लुटेरी दुल्हन क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।
यह घटना 12 दिसंबर की रात हुई। जानकारी के अनुसार नैगुवां गांव निवासी राजदीप रावत (28) पुत्र अशोक रावत खेती-किसानी करता है। गांव के ही राम जानकी मंदिर के पुजारी सुकन पाठक ने कुछ दिन पहले राजदीप की शादी उत्तर प्रदेश के चरखारी की रहने वाली खुशी तिवारी के साथ तय कराई थी।
राजदीप रावत के मुताबिक 11 दिसंबर को कुलवारा राम जानकी मंदिर में ही उसकी और खुशी की शादी हुई। 12 दिसंबर को सुबह खुशी तिवारी दूल्हन बनकर उसके घर आई। उसी दिन उसकी सुहागरात थी। रात में राजदीप अपने कमरे में अपनी पत्नी से मिलने गया तो वहां खुशी सामान्य थी। उसने राजदीप को पहले दूध पीने के लिए दिया। राजदीप ने जैसे ही दूध पिया, उसका सिर चकराने लगा और चंद मिनट में ही वह वहीं बिस्तर पर बेहोश होकर गिर गया। उसके बाद जब उसे होश आया तो उसने खुद को छतरपुर जिला अस्पताल की बेड पर भर्ती पाया।
होश आने पर राजदीप को जब घरवालों ने बताया कि उसकी पत्नी गायब है तब उसके समझ में आया। उसने दूध में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाने की बात घरवालों को बताई। बाद में पता चला कि खुशी तिवारी उसके घर से 25 हजार रुपए कैस और करीब 8 लाख के सोने चांदी के जेवर, कपड़े व अन्य स मान लूट ले गई है। दूल्हे का मोबाइल भी वो अपने साथ ले गई है।
राजदीप के ममेरे भाई श्याम पाठक जो कि शादी में शामिल हाेने आया था, ने बताया कि सुबह राजदीप अपने कमरे में बेहोश मिला। भाभी वहां नहीं थीं। पूरा सामान बिखरा पड़ा था। हम लोग राजदीप को नौगांव अस्पताल ले गए। जहां से उसे छतरपुर रेफर कर दिया गया। खुशी कहां गई, किसी को कुछ पता नहीं है।राजदीप के मामा के लड़के श्याम पाठक ने बताया कि हम लोगों को राजदीप सुबह बेहोशी की हालत में कमरे में मिला। खुशी भाभी वहां नहीं थी। पूरा सामान बिखरा पड़ा था। हम लोग राजदीप को इलाज के लिए नौगांव अस्पताल ले गए। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। यहां उसका इलाज किया जा रहा है।
राजदीप ने बताया कि यह शादी उनके कुलगुरु सुकन पाठक ने तय करवाई थी, जिसके बदले में उन्हें 1.60 लाख रुपये दिए गए थे। राजदीप का आरोप है कि सुकन पाठक की मिलीभगत से यह घटना हुई है।
राजदीप के परिवार ने 15 दिसंबर को पुलिस में मामला दर्ज करवाया। नौगांव थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि खुशी तिवारी ने इस तरह की घटनाओं को पहले भी अंजाम दिया है या नहीं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों से बचने के लिए परिवार को सतर्क रहना चाहिए और विवाह से पहले सही तरीके से जांच-पड़ताल करनी चाहिए।
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