केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जबलपुर में कांग्रेस को घेरते हुए कहा- 'कमलनाथ के गढ़ में शाह की चुनौती- हिम्मत है तो कमलनाथ अपने कामों को बताने चौराहे पर बहस करें'।
भोपाल. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जबलपुर में कांग्रेस को घेरा। शाह ने कांग्रेस को तीन तिगाड़ा, काम बिगाड़ा बताकर चुटकी ली। वे बोले मध्यप्रदेश में कांग्रेस तीन परिवारों से चल रही। पहला गांधी, दूसरा कमलनाथ और तीसर बंटाधार। शाह बोले यहां जनता से कोई लेना देना नहीं। आदेश गांधी परिवार का निर्देश नाथ का और गाली दिग्विजय सिंह यानी बंटाधार खाते हैं। शाह त्रिवेणी के ही मूड में दिखे। राहुल गाँधी पर भी उन्होंने तीन के अंदाज़ में ही निशाना साधा। बोले राहुल बाबा और कांग्रेस राम मंदिर को लटका, अटका और भटका रहे थे।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शनिवार को छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव में सभा को सम्बोधित किया। कमलनाथ के गढ़ में परिवारवाद का मुद्दा उठाकर शाह ने पूरी
कोंग्रस के साथ नाथ परिवार को भी घेरा। मालूम हो कि छिंदवाड़ा से कमलनाथ विधायक हैं, तो उनके बेटे नकुल सांसद। कुछ दिन पहले कमलनाथ ने ये भी कथा था कि छिंदवाडा के टिकट दिल्ली नहीं नकुल घोषित करेंगे। इशारों में शाह ने इसी मुद्दे के साथ कांग्रेस को घेरा।
शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश इस बार तीन दिवाली मनाएगा। एक दीपावली, दूसरी भाजपा के जीतने पर और तीसरी अयोध्या में राम मंदिर के लोकार्पण के दिन। मंदिर प्रदेश के चुनाव में बड़ा मुद्दा रहेगा शाह के भाषण से ये भी साफ़ हो गया। मंदिर निर्माण को अटकाने के पीछे कांग्रेस को बताया। वे बोले राहुल बार-बार पूछते थे मंदिर वहीँ बनाएंगे, तिथि नहीं बताएँगे। अब तो तिथि भी सामने हैं। इनका काम मंदिर को सिर्फ लटका, अटका और भटकाना रहा।
कमलनाथ सरकार को आदिवासी विरोधी बताते हुए शाह ने कहा कि कमलनाथ में हिम्मत हैं तो अपने काम बताएं। कमलनाथ को चुनौती देते हुए शाह ने कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता किसी भी चौराहे पर बहस को तैयार हैं। कमलनाथ जी आइये सामने और अपने काम बताइये। कमलनाथ कांग्रेस के मुख्य्मंत्री का चेहरा तो बन गए, पर उनके पास जनता के लिए क्या किया ये बताने को नहीं है। मोदी जी ने जितना काम किया उतना यदि कांग्रेस ने 50 साल में भी किया हो तो बताये।
मालूम हो कि शाह मध्यप्रदेश के तीन दिन के दौरे पर हैं। शनिवार को सभा से पहले जबलपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की।