Madhya Pradesh Election 2023: जन सहयोग से चुनाव लड़ेंगे शिवराज सिंह चौहान, बुधनी में महिला, युवा और बुजुर्ग ने चुनाव लड़ने के लिए दिए पैसे और आशीर्वाद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अपनी जन्मभूमि जैत और कर्मभूमि बुधनी विधानसभा सीट में रोड शो एवं जनसभा की। इस दौरान उन्होंने कहा- 'बुधनी का हर नागरिक शिवराज, अब वही लड़ें चुनाव, मैं चुनाव बाद ही आऊंगा'।

भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अपनी जन्मभूमि जैत और कर्मभूमि बुधनी विधानसभा सीट में रोड शो एवं जनसभा की। मुख्यमंत्री ने जैत की अपनी जन्मभूमि में जाकर माथा टेका, शाहगंज में जनसभा की और प्रचार अभियान शुरू किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि "बुधनी का हर नागरिक शिवराज सिंह है और यह चुनाव उसे ही लड़ना है। मैं आज मिलने आया हूं, वोट मांगने नहीं आऊंगा। अब चुनाव बाद ही आऊंगा।"

मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में सभाएं एवं रोड शो किया। मुख्यमंत्री बुधनी पहुंचे तो विधानसभा क्षेत्र के गांव- गांव ने उनके चुनाव लड़ने के लिए सहयोग निधि इकट्ठा की। दिलचस्प बात यह है कि जनता ने अपने लाड़ले भाई को बढ़ चढ़कर सहयोग निधि भी दी। अपने पांव-पांव वाले भैया से मिलने बच्चे, बूढ़े और महिलाओं की होड़ सी दिखाई दी। बुधनी में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में महिला, युवा और बुजुर्ग शिवराज को चुनाव लड़ने के लिए पैसे और आशीर्वाद देते हुए दिखाई दिए। महिलाओं ने 10, 20, 50 और 100 रुपए तक दिए। सभी गांवों के लोगों ने गांव से पैसा इकट्ठा करके चुनाव लड़ने के लिए सहयोग निधि दी।

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मुख्यमंत्री ने बकतरा में आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बकतरा की इस पवित्र धरती पर मुझे कहते हुए गर्व है कि एक समय जब मैं कुछ नहीं था तब यहां "दुकान हटाओ अभियान" चला था और तब हमने सबको कहा था कि चलो बुधनी घेरेंगे। हम बुधनी पहुंच ही नहीं पाए थे, उससे पहले ही एसडीओ आ गए थे और दुकान बच गईं। हम तब से लड़ते चले आए हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने काम से मैंने आपका, मान, सम्मान और शान पूरे मध्यप्रदेश, देश और दुनिया में बढ़ाया है। आज अपना क्षेत्र पूरे हिंदुस्तान में जाना जाता है। शाहगंज के ग्राम जैत के इसी धरती पर पैदा हुआ और इसी धरती मां के आशीर्वाद के कारण आज इतने ऊपर पहुंच कर काम कर रहा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बचपन में जब से होश संभाला शायद मैं खेला-कूदा भी नहीं था। इमरजेंसी में जेल चला गया और उसके बाद लगातार आपके साथ मिलकर संघर्ष करता रहा और आप सभी ने मिलकर मुझे स्नेह, प्रेम और आशीर्वाद दिया।

अगर मैंने आपका मान सम्मान बढ़ाया है तो आशीर्वाद दो : शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सच्चे मन से मैंने आपकी सेवा की है तो मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। अगर मैंने आपका मान-सम्मान बढ़ाया है तो मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर मैंने बहनों का जीवन बदला है तो मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। अगर मैंने बेटियों की पूजा शुरू करके उनके भविष्य को बेहतर बनाया है तो मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। अगर मैंने खेतों में पानी पहुंचाया है और सड़कें बनाई हैं तो मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। अगर मैं आपके दुख-दर्द में काम आया हूं तो मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यही मेरी जन्मभूमि है, यही मेरी कर्मभूमि है। आज फिर बकतरा आया हूं। वही बकतरा जहां मैंने छोटे-छोटे काम करके अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी। कई यादें यहां से जुड़ी हैं यह मेरी जन्म भूमि है, यह पुण्यभूमि है, ये कर्मभूमि है और यह मातृभूमि है। सीएम शिवराज ने कहा कि आप सब ही मेरा परिवार हो, यही मेरा घर है, आज मैं भाषण देने नहीं आया हूं। मैं तो यह कहने आया हूं अब मैं सीधे चुनाव के बाद ही आऊँगा अपना काम संभालो क्योंकि यहां तुम ही शिवराज हो।

जैत का नाम पूरा देश जानता है : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने आपका नाम डूबने नहीं दिया आज अपना क्षेत्र पूरे हिंदुस्तान में जाना जाता है। शिवराज कहां से है..? ग्राम जैत शाहगंज। इसी धरती पर पैदा हुआ और इसी धरती मां के आशीर्वाद के कारण आज इतने ऊपर पहुंच कर काम कर रहा हूं।

गांव गांव हुआ सीएम शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा का स्वागत

सीएम ने आज बुधनी के इन गांवों में रोड शो किया। पीलीकरार, पातालखो, तालपुरा, बैरखेडी, बैरखेडी, महूकला, देवगांव, होलीपुरा, पांडाडो, करंजीखेडा, जलखेडा, खांडावड, उचाखेडा, वीवदा, मकोडिया, निनोर, सततुमडी, वांया, ओंडिया, सतार, दीपखेडा, नकटीतलाई, पानगुराडिया, माथनी, पाथौडा, नीलकछार, धनकोट, गांजित, सलकनपुर, आंवलीघाट, मरदानपुर, जाजना, माठागांव, मोंगरा, पांगरा, फुलाडा, मालीवायां, रेहटी नगर, इटावाजदीद, बोरघाटी, कलवाना नहर, कलवाना जोड, रमगढ़ा, सतराना, रथ सभा, सोसाईटी टप्पर, खनपुरा जोड, नन्दगांव जोड, अकाव्लया, राला, तिलाडिया जोड, भैरूदां नगर, बकतरा। हर जगह पुष्पवर्षा से उनका स्वागत किया गया।

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