मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुके है। लेकिन स्थानीय नेताओं के प्रदर्शन और बगावत को देखते कांग्रेस ने चार सीटों के उम्मीदवार बदले हैं। जिसके चलते पार्टी ने अपनी चौथी सूची जारी की है।
भोपाल. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी हो या कांग्रेस करीब-करीब दोनों ही अपने सभी प्रत्याशियों का टिकट फाइनल कर चुकी हैं। लेकिन कई सीटों पर उम्मीदवारों का तगड़ा विरोध हो रहा है। आलम यह है कि कांग्रेस को चौथी सूची जारी कर 4 सीटों पर अपने प्रत्याशी बदलने पड़े हैं। बता दें कि कांग्रेस ने स्थानीय नेताओं के प्रदर्शन और बगावत को देखते यह फैसला किया है।
इन चार प्रत्याशियों के बदले नाम
दरअसल, कांग्रेस ने अपने जिन चार प्रत्याशियों के नाम बदले हैं उनमें सुमावली (मुरैना) में कुलदीप सिकरवार की जगह मौजूदा विधायक अजब सिंह कुशवाह, पिपरिया (नर्मदापुरम) में गुरुचरण खरे की जगह वीरेंद्र बेलवंशी, बड़नगर (उज्जैन) में राजेंद्र सिंह सोलंकी की जगह विधायक मुरली मोरवाल और जावरा (रतलाम) में हिम्मत श्रीमाल की जगह वीरेंद्र सिंह सोलंकी के नाम शामिल हैं।
इस वजह से कांग्रेस को बदलने पड़े अपने प्रत्याशी
कांग्रेस ने जिन चार सीटों पर विरोध हो रहा था, उनपर रोजाना स्थानीय कांग्रेस नेता जमकर विरोध जता रहे थे। बस इसी भारी विरोध के बाद इन नेताओं के नाम बदले गए हैं। सुमावली से कुलदीप सिकरवार को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज अजब सिंह कुशवाह ने कांग्रेस छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामल हो गए थे। चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। वहीं पिपरिया सीट से गुरुचरण खरे को उम्मीदवार घोषित होते ही विरोध होने लगा था। इतना ही नहीं धरना तक दिया गया। वहीं उज्जैन और जावरा सीट पर भी इसी तरह विरोध हुआ और कांग्रेसी नेता बगावती हो गए थे।
अब तक कांग्रेस 7 सीटों पर प्रत्याशी बदल चुकी
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी बदले हैं। इससे पहले भी तीन उम्मीदवारों को बदला था। जिसमें नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव, शिवपुरी जिले की पिछोर और दतिया सीट) बदले थे। अब तक कांग्रेस 7 सीटों पर प्रत्याशी बदल चुकी है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस एक प्रत्याशी और बदल सकती है, और यह सीट आमला हो सकती है, कांग्रेस ने फिलहाल यहां से मनोज मालवे को प्रत्यारी बनाया है। अब चर्चा है कि पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांरगे को टिकट मिल सकता है।